
इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार यानी आज रात्रि को लगने वाला है। अगर हिंदू पंचांग की बात करें तो यह ग्रहण वैशाख अमावस्या की तिथि पर मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगेगा।

आज के सूर्य ग्रहण का प्रभाव मामूली रहेगा और भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ऐसे में इसका सूतकाल भारत में नहीं माना जाएगा। सूतकाल मान्य नहीं होने से किसी भी तरह धार्मिक कार्यों में कोई भी रूकावटें नहीं रहेगी।
सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात्रि के 12 बजकर 15 मिनट से सुबह के 4 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। यह सूर्य ग्रहण द. अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और द. ध्रुव में दिखाई देगा। इस सूर्य ग्रहण के बाद दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा।
इस ग्रहण को आंशिक इस लिए माना गया है क्योंकि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक नहीं पाएगा। बता दें कि सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीचो-बीच आ जाता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार का होते हैं- पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलय सूर्य ग्रहण।
गौरतलब है कि NASA ऐसे में लोगों से ग्रहण को लेकर ऐहतियात बरतने को कहता है। नासा का मानना है कि ग्रहण के दौरान आंखों के सुरक्षा के लिए एक्लिप्स ग्लासेज का उपयोग करना चाहिए। ऐसे में सीधे सूर्य की ओर नहीं देखना चाहिए।