डीएम के गाड़ी का तलाशी लेने वाले सपा नेता के कार्यालय पर चलेगा बुलडोजर, जानें क्या है मामला ?

दिलीप कुमार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का परिणाम योगी के पक्ष में आने से स्पष्ट हो जाता है कि योगी के कार्य और नीतियों से उत्तर प्रदेश की बाहुल्य आबादी संतुष्ट है।

विगत दिनों लगभग सभी मंत्रियों ने अपन-अपने कार्यालय पहुंच कर काम करना शुरू कर दिया, जिसका सीधा असर प्रशासन पर दिखाई पड़ता दिख रहा है। चुनाव के दौरान सरकारी काम-काज बिलकुल सुस्त सा पड़ गया था, लेकिन अब लगभग सभी विभाग के आलाकमान अधिकारी एक बार फिर से योगी के तटस्थ नीतियों पर धार देते दिखाई पड़ रहे हैं।

आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में योगी 2.0 सरकार आते ही योगी का बुलडोजर एक्शन मोड में आ गया है। लखनऊ से लेकर बाराबंकी और अब बांदा में योगी का बुलडोजर चलने वाला है। बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी से पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति पर अपना शिकंजा कस दिया है।

प्राधिकरण द्वारा जारी नोटिस में चार मंजिला मकान और अवैध रूस से किए गए कार्यालय के निर्माण का ब्यौरा देते हुए 7 अप्रैल को पेश होने को कहा गया है। नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर प्रजापति 7 अप्रैल तक ब्यौरा देने में असफल होते हैं तो यह इमारतें ढहा दी जाएंगी।

बृजेश प्रजापति को बगैर नक्शा पास कराए अवैध निर्माण कराने के मामले में नोटिस थमा दी गई है। बृजेश इस बार सपा से चुनाव लड़े थे पर हार गए थे। बृजेश प्रजापति ने नोटिस को खुद अपने सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्ट किया और सरकार पर तंज कसते हुए लोगों को इसकी जानकारी दी।
गौरतलब है कि बृजेश ने विधानसभा चुनाव के पहले सपा में शामिल हो गए थे। जिसके बाद 9 मार्च को इवीएम को लेकर सपाइयों के साथ हंगामा कर खुद डीएम की गाड़ी चेक की थी जिस पर डीएम से बहस भी हुई थी।

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