कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख ने कही कई बड़ी बाते, क्या देश में आ चुकी है कोरोना की तीसरी लहर, जानिए पूरी जानकारी
क्या दुनिया में तीसरी लहर आ चुकी है? क्या भारत में 15 से 18 साल के किशोरों को दी जा रही कोवैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है? इस तरह के प्रश्न सभी के मन में आ रहे हैं और ऐसे सवालों की आशंकाएं समय के साथ-साथ बढ़ती जा रही हैं। इस तरह की सारी आशंकाओं का निवारण करते हुए कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख एनके अरोड़ा ने न्यूज चैनल NDTV से खास बातचीत में बताया कि महानगरों में कोरोना के कुल मामलों में 75 फीसद केस ओमिक्रोन के आ रहे हैं। इससे जाहिर होता है कि देश के बड़े शहरों में स्पष्ट तौर पर कोविड-19 की तीसरी लहर आ चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन सबसे ज्यादा जरूरी है और 15 से 18 साल के किशोरों के लिए कोवैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।
एनके अरोड़ा ने कहा कि देश में ओमिक्रोन के 1700 केस आधिकारिक तौर पर दर्ज किए जा चुके हैं। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट के सर्वाधिक 510 मामले पाए गए हैं और यही नहीं देश में कोरोना के मामले में भी 22 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही एनके अरोड़ा ने 15 से 18 साल के किशोरों के टीकाकरण को लेकर जताई जा रही चिंताओं को भी खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि किशोरों का टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित है।
डा. एनके अरोड़ा आगे कहते है कि मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे देश के बड़े शहरों में कोरोना के बेहद संक्रामक वैरिएंट ओमिक्रोन के अधिकांश मामले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में ओमिक्रोन के कुल मामलों में से 75 फीसद दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में ही पाए गए हैं। कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के हिसाब से बात करें तो बीते हफ्तों में राष्ट्रीय स्तर पर सभी वैरिएंट में से 12 फीसद केस ओमिक्रोन के पाए गए हैं लेकिन पिछला जो हफ्ता रहा है उसमें यह अनुपात 28 फीसद तक पहुंच गया है।
कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख ने आगे कहा कि ओमिक्रोन कोरोना के दूसरे वैरिएंट के मुकाबले देश में काफी तेजी से पांव पसार रहा है। हालांकि सबसे महत्वपूर्ण बात कि यह दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों में तेजी से फैल रहा है, लेकिन इसके ज्यादा गंभीर मरीज नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि देश के तीन महानगरों में ओमिक्रोन के 75 फीसद केस हैं। कोरोना के अबतक के पूरे परिदृश्य पर गौर करें तो ओमिक्रोन ही अभी सबसे ज्यादा हावी है। पिछले 4-5 दिनों में ही मिले आंकड़े इसी ओर इशारा करते हैं।