देश के इस राज्य में हुआ कोरोना विस्फोट, एक साथ मिले 84 पॉजिटिव
कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर पूरे देश में तेजी से फैलने लगा है। इस कड़ी में देश का यह राज्य जहां पर कोरोना वायरस के संक्रमित लोग बहुत तेजी से बढ़ रहे है। दरअसल, बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण ने तेजी पकड़ ली है। इस बार कोरोना वॉरियर्स कहे जाने वाले डॉक्टर्स बड़ी संख्या में COVID-19 की चपेट में आए हैं। यह कोरोना का विस्फोट पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) में हुआ है। मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमण के 84 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद से हड़कंप मच गया है।
पॉजिटिव होने वालों में पोस्ट ग्रैजुएट, अंडर ग्रैजुएट के छात्र और इंटर्न शामिल हैं। मेडिकल कॉलेज में एक साथ 84 पॉजिटिव मामले सामने आने से शासन से लेकर प्रशासन तक में हड़कंप मचा हुआ है। आपको बता दें कि पिछले कुछ सप्ताह से बिहार के साथ ही पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। हालात को देखते हुए बिहार सरकार ने 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक के लिए सभी पार्क और चिड़ियाघरों को बंद कर दिया था, ताकि भीड़ इकट्ठा न होने पाए।
पटना सिटी के अगमकुआं स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज में कोरोना के 84 मामले सामने आने से स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, कोरोना जांच के लिए एनएमसीएच में कैंप लगाया गया था। इसमें 194 छात्रों की जांच की गई थी। इनमें से 84 छात्रों की RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने 84 मेडिकल छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि बीते शनिवार को जांच के लिए 69 सैंपल लिए गए थे, जिनमें 12 जूनियर डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। इनमें से 5 मेडिकल छात्रों को एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
पटना के साथ मुजफ्फरपुर में भी कोरोना की मार पड़ी है. मुजफ्फरपुर में रविवार को कुल 2948 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से 28 की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इससे प्रशासन अलर्ट हो गया है। वहीं, स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति है। बता दें कि बिहार में अभी भी ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए सैंपल्स को जांच के लिए दिल्ली भेजा जाता है। ऐसे में फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि प्रदेश में ओमिक्रॉन के कितने मामले सामने आए हैं।
बिहार में कोरोना के मामलों में वृद्धि के साथ ही सरकार और स्थानीय प्रशासन के स्तर पर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है, ताकि कोरोना के फैलाव के रोका जा सके। आमलोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाने और मास्क पहनने को कहा जा रहा है। बता दें कि कुछ विशेषज्ञों ने फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है।