जबरन वसूली मामले में Parambir Singh से Crime Branch ने की 7 घंटे तक पूछताछ
कांदिवली क्राइम ब्रांच ने जबरन वसूली के मामले में गुरुवार (25 नवंबर) को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) से 7 घंटे पूछताछ की थी। अनिल देशमुख के ख़िलाफ़ लगे आरोपों की जाँच चांदीवाला आयोग कर रहा है। इस संबंध में आज (26 नवंबर) उन्हें CBD बेलापुर CID ऑफिस, ठाणे या चांदीवाला आयोग जाना पड़ सकता है। परमबीर सिंह (Parambir Singh) ने वकील के ज़रिये उनके ख़िलाफ़ जारी फ़रार घोषित नोटिस को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में रद्द करने की अर्ज़ी दी है।
मुम्बई क्राइम ब्राँच ने 23 नवंबर को परमबीर सिंह (Parambir Singh) के मुम्बई के दोनों घर के दरवाज़ों पर घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) का नोटिस चस्पा किया था, जिसमें परमबीर सिंह (Parambir Singh) को 30 दिन के अंदर जाँच एजेंसी या फिर अदालत के सामने हाज़िर होने को कहा गया था।
परमबीर सिंह (Parambir Singh) का देश छोड़कर भागने के आरोपों को ख़ारिज करते हुए परमबीर (Parambir) के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को परमबीर (Parambir) का 48 घन्टे के भीतर जाँच में शामिल होने का दावा करते हुए यह बताया था कि, ‘वो देश में ही हैं और उनकी जान को खतरा है इसलिए छुपे हुए हैं।’ परमबीर (Parambir) की रफ़्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा रखी है।
मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में एक बिल्डर ने 22 जुलाई को परमबीर सिंह (Parambir Singh) समेत 5 अन्य पुलिसकर्मियों और 2 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ बिल्डर से 15 करोड़ रुपये माँगने के आरोप में केस दर्ज किया था और साथ ही बिल्डर ने यह आरोप भी लगाया है की उसके होटल और बार के ख़िलाफ़ कार्रवाई का डर दिखाकर उससे 11.92 लाख रुपये की उगाही भी की गई है।
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