
~मोहम्मद रोमान
देश कोरोना (COVID-19) महामारी की दूसरी लहर से जीत रहा है। वहीं दूसरी ओर इस महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार अपनी तरफ से आने वाली इस खतरनाक लहर को रोकने की काफी तेजी से तैयारी कर रही है। ‘इमरजेंसी रिस्पांस एंड हेल्थ सिस्टम प्रिपेयर्डनेस पैकेज’ के तहत बच्चों के लिए अप्रूव्ड 50 पर्सेंट से ज्यादा ऑक्सीजन बेड्स (Paediatric Oxygen Beds) को 6 राज्यों में स्थापित किया जाएगा।

शुक्रवार के दिन स्वीकृत अंतिम योजना के मुताबिक, इनमें मुख्य रूप से ग्रामीण और उपनगरीय आबादी शामिल है। कोरोना (COVID-19) महामारी की दूसरी लहर में पीक के दौरान देश के ग्रामीण इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। इसी के साथ पैकेज की अंतिम योजना के तहत, 6 राज्यों को 75,218 बेड में से 60 प्रतिशत बेड्स मिलेंगे, जो ग्रामीण स्तर तक त्रिस्तरीय स्वास्थ्य प्रणालियों को बढ़ाने के लिए स्थापित किए जाएंगे। इन 6 राज्यों में उत्तर प्रदेश (11,770), बिहार (9,920), आंध्र प्रदेश (9,596), ओडिशा (8,206), असम (7,320), और झारखंड (5,798) भी शामिल हैं।
आईसीयू बेड के निर्माण को दी मंजूरी
दुनियाभर के कई विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर काफी घातक साबित हो सकती है। इसी के साथ कई रिसर्च में यह सामने आया है कि आने वाली कोरोना की तीसरी लहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों पर बना हुआ है। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को राज्यों की सलाह से, जिला स्तर पर बच्चों के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के उद्देश्य से 19,030 पीडियाट्रिक ऑक्सीजन बेड और 10,428 पीडियाट्रिक आईसीयू बेड के निर्माण को मंजूरी दी।
RT-PCR लैब का निर्माण
आपको बता दें कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रही है। ‘अंतिम योजना’ के तहत 5,749 लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी जोड़ी जाएंगी। इसी के साथ टेस्टिंग फैसिलिटीज को बढ़ाने के लिए 433 आरटी-पीसीआर लैब भी बनाए जाएंगे। ‘अंतिम योजना’ के मुताबिक, चार राज्यों को 30 से अधिक नई आरटी पीसीआर लैब मिलेंगी। इन राज्यों में गुजरात (66), मध्य प्रदेश (46), बिहार (38), और उत्तर प्रदेश (30) शामिल हैं।
यह भी पढे: UP COVID19: कोरोना मुक्त हो रहा UP, 24 घंटे में आए 43 केस