
उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पांच सौ से अधिक वाहनों की ऑन डिमांड चोरी करने वाले कबूतर गिरोह के लीडर समेत पांच आरोपियों को पकड़ लिया है। साथ ही कुछ लग्जरी कारें और लॉक खोलने के ऑटोमैटिक उपकरण बरामद किया है।

सॉफ्टवेयर की मदद से दो से तीन मिनट में लॉक खेालकर लग्जरी कारें चोरी करने वाले आरोपियों को कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में ले जाया गया। डीसीपी राजेश एस और एडीसीपी रणविजय सिंह के मुताबिक़ कोतवाली से क्टर-24 व सेक्टर-58 पुलिस ने बुधवार रात को मुरादनगर निवासी हारून सैफी व अमित कुमार, गुलावटी निवासी मोहम्मद यूसुफ व साजिद और खरखौंदा मेरठ निवासी गुलफाम को गिरफ्तार किया है।

पहली बार गिरफ्तार हुए सरगना हारून, गुलफाम व अमित नोएडा और आसपास के शहरों से लग्जरी कारें चोरी करते हैं और यूसुफ की मदद से इंजन-चेसिस नंबर बदलकर मांग पर नेपाल, पंजाब, कश्मीर, झारखंड, बिहार में बेच देते हैं। पुलिस की पूछताछ में हारून ने बताया कि गिरोह ने अब तक 500 से अधिक कारें चुराई हैं। गिरोह में शामिल इश्तियाक, गुलफाम, उमर, चना, हाशिम, आकिल व साजिद फरार हैं। बता दें कि गुलफाम पर 14, साजिद पर 12, यूसुफ पर 10, हारून पर 10 और अमित पर 10 मुकदमे दर्ज हैं। इस गैंग ने जून में ही 18 लग्जरी कारें चुराई हैं।
ऐसे होती थी चोरी

ये चोर चोरी करने के लिए अलग-अलग तरह के उपकरण का इस्तेमाल करते थे। चाबी बनाने के उपकरण, स्कैनर, टैबलेट का इस्तेमाल कर सॉफ्टवेयर से कोडिंग कर नई चाबी तैयार कर लेते थे और फिर आसानी से वारदात अंजाम देते थे। चोरी की फॉच्यूर्नर को साढ़े तीन लाख, इनोवा को तीन लाख, स्कॉर्पियो को ढाई लाख, स्विफ्ट 70 हजार, सैंट्रो व ऑल्टो जैसी छोटी कारों को 30 से पचास हजार रुपये में बेचते थे।