बिहार में 12वीं की परीक्षा के कॉपियों को पूरी तरह से जांचा जा चुका है। अब छात्र औऱ छात्राओं अपने परिणाम का इंतजार कर रहे है। छात्र-छात्राओं ने कॉपियों में अजब-गजब जवाब देखने को मिला। किसी छात्र ने को शादी टूटने की चिंता का जिक्र किया है, तो किसी ने कोरोना के वजह से पढ़ाई नहीं होने का करण बताया है। तो वहीं किसी ने खुद को बजरंगबली का भक्त भी बताकर पास करने की मिन्नत की है।

नवादा जिले के चार केंद्रों पर इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया। कॉपी जांचने के दौरान कुछ छात्रों के ऐसे अजब-गजब जवाब थे कि शिक्षक भी लोटपोट होते रहे। हंसी-मजाक के दौरान लोगों की जुबान पर इन छात्रों के अजब-गजब जवाबों की खूब चर्चा है। कुछ की कॉपियां तो ऐसी भी मिली जिसमें जबाव देने की जगह प्रश्न को दोबारा छाप दिया गया है। कुछ परीक्षार्थियों ने कॉपी पर मोबाइल नंबर लिखकर नंबर देने की अपील किए हैं और संपर्क करने का अनुरोध किया। तो किसी ने शादी ना कटे इसलिए पास करने की गुजारिस की है। बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) ने रविवार को आंसर की जारी कर दी है। 12वीं के छात्रों ने अपनी उत्तर पुस्तिका में एक से बढ़कर एक मजेदार उत्तर दिया है।
यहां पढ़ें छात्रों के मजेदार जवाब …
1- बिहार में 12वीं की परीक्षा में एक छात्र ने उत्तर पुस्तिका में एक सवाल का जवाब देते हुए लिखा है,”26 मई को शादी है मेरा। अगर मै फेल हो जाउंगा, तो पता नहीं क्या होगा। इसलिए सर फर्स्ट डिवीजन से पास करवा दीजिए। वरना मेरी शादी टूट सकती है।
2- सर, आपसे विनम्र निवेदन है। अच्छे से नहीं लिख पाया हैं। सेहत बहुत खराब हो गई थी, बुखार आ गया था। सर आपकी बेटी हूं, बेटी समझकर अच्छा नंबर दे दीजिएगा। सर आपको प्रणाम करते हैं। जैसे आपकी बेटी है, वैसे ही हम भी आपकी बेटी हैं। सर बहुत गरीब परिवार से हूं, आपकी बेटी होगी तो जरूर समझिएगा।

3- एक छात्र ने भक्ति आंदोलन के सवाल के जवाब में अपनी कॉपी में लिखा –
सेवा में, श्रीमान
विषय- भक्ति आंदोलन के संबंध में।
महाशय, सविनय निवेदन यह है कि हम बजरंगबली के भक्त हैं। मुझे भक्ति करने के लिए दिनांक 5 फरवरी से 10 फरवरी तक छुट्टी देने का प्रयास करें। पैर में गिर सकते हैं, लेकिन नंबर दीजिए।
4- एक अन्य छात्र ने अपने उत्तर में लिखा ”सर माफ करना क्योंकि बहुत गरीब आदमी हैं। लाचार आदमी हैं। आप कहें, तो हम आपके पैर में गिर सकते हैं, लेकिन नंबर दीजिएगा सर।
5- मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों ने बताया कि लगभग हर उत्तर पुस्तिका में कोरोना की वजह से पढ़ाई ना हो पाने का जिक्र किया गया था। ऐसा लग रहा था कि किसी ने ऐसा सुझाव छात्रों को दिया था। ज्यादातर छात्र फेल नहीं करने के लिए अपनी कॉपी में निवेदन किए थे। वहीं कई ने बीमार रहने, कोरोना संक्रमित होने की वजह से पढ़ाई नहीं कर पाने और अपना बेटा-बेटी समझकर नंबर देने विनम्र निवेदन किया था।