फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन को WHO की मंजूरी, इमरजेंसी यूज की दी इजाजत, भारत भी लेगा आज बड़ा फैसला
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने फाइजर और बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। डब्लूएचओ ने कहा कि वह दुनियाभर में स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए वहां के देशों से इस वैक्सीन के लाभ के बारे में बात करेगा. इसी के साथ अब दुनियाभर के देशों में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता साफ़ हो गया है। वहीं भारत भी आज कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को लेकर बड़ा फैसला लेगा।
आप को बता दे कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन को सबसे पहले ब्रिटेन ने इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. इसके बाद अमेरिका ने भी इस वैक्सीन को अपनी इजाजत दे दी. गौरतलब है कि अमेरिका में फाइजर की वैक्सीन लगाने के कुछ ही दिन बाद एक नर्स के कोरोना पॉजिटिव होने की घटना सामने आई थी. 45 साल के पुरुष नर्स ने बताया कि उन्हें 18 दिसंबर को कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी. छह दिन के बाद उनमें कोरोना के लक्षण सामने आ गए।
एक्सपर्ट्स ने इसपर कहा था कि वैक्सीन लगाए जाने के कुछ दिन बाद कोरोना पॉजिटिव होने की घटना अप्रत्याशित नहीं है. अमेरिका के सैन डियागो के संक्रामक रोग विशेषज्ञ क्रिस्टियन रैमर्स ने बताया कि वैक्सीन ट्रायल से यह पता चल चुका है कि खुराक लेने के 10 से 14 दिनों के बाद ही व्यक्ति में इम्यूनिटी तैयार होती है. वहीं, पूरी सुरक्षा के लिए दूसरी खुराक भी लेनी होती।