
जेनेवा | अंतर्राष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति (आईपीसी) ने शनिवार को कहा कि ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में होने वाले पैरालम्पिक खेलों-2016 में रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध की कोई भी खबर मात्र अफवाह है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को ही इंग्लैंड के एक समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पैरालम्पिक खेलों-2016 में हिस्सा लेने से रूसी खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया जा सकता है।
पैरालम्पिक समिति की सदस्यता पर आईपीसी का निर्णय आज
आईपीसी ने एक वक्तव्य जारी कर खबर का खंडन किया और कहा, “रूसी पैरालम्पिक समिति की सदस्यता पर आईपीसी का निर्णय रविवार को रियो में एक संवाददाता सम्मेलन में घोषित किया जाएगा, उससे पहले नहीं।”
आईपीसी ने आगे कहा, “उससे पहले इस तरह की कोई भी खबर मात्र अटकल होगी।”
रूस की समाचार एजेंसी तास के अनुसार, सोच्ची शीतकालीन खेलों-2014 के दौरान रूसी खिलाड़ियों पर लगे डोपिंग के आरोपों और रूसी अधिकारियों पर लगे डोप टेस्ट से छेड़छाड़ के आरोपों की जांच पर विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) द्वारा गठित माक्लारेन के अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट 18 जुलाई को सार्वजनिक हुई।
इस रिपोर्ट में कहा गया था कि रूस के खेल मंत्रालय और रूस की राष्ट्रीय टीमों के प्रशिक्षण केंद्रों तथा संघीय सुरक्षा सेवाओं ने रूसी खेलों में डोपिंग के मामलों को दबाने का काम किया।
मैक्लारेन की रिपोर्ट में रूस के 35 पैरालम्पिक खिलाड़ियों के नाम शामिल थे।
इस रिपोर्ट के आने के बाद वाडा ने अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, अंतर्राष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति और सभी अंतर्राष्ट्रीय खेल महासंघों से रूसी खिलाड़ियों को सभी अंतर्राष्ट्रीय खेलों से प्रतिबंधित किए जाने की सिफारिश की थी।
रियो डी जेनेरियो में सात से 18 सितंबर के बीच पैरालम्पिक खेलों-2016 का आयोजन होना है।