
अमेठी. वैसे तो सरकार द्वारा तमाम तरह की योजनाएं जनता के लिए चलाई जाती है लेकिन कुछ योजनाएं ऐसी होती है जिनका लाभ प्राप्त होने के बाद जनता बहुत ही खुश दिखाई पड़ती है। ऐसी ही एक योजना कोरोना संकट के चलते नए रूप में सामने आई है।
बता दें, देश में फैली कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए 24 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस के चलते सभी शिक्षण संस्थाएं भी बंद कर दी गई थीं। पिछले ढाई महीने से नन्हें मुन्ने बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे थे, स्कूल सुनसान पड़े हुए थे ना बच्चे ना अध्यापक, किसी को भी स्कूल परिसर में जाने की अनुमति नहीं थी। लेकिन आज काफ़ी दिनों के बाद प्राथमिक विद्यालयों में चहल-पहल दिखाई पड़ी जहां पर विद्यालयों में स्टाफ मौजूद था। वहां आज बच्चे तो नहीं लेकिन उनके अभिभावक स्कूल पहुंचे जिसका प्रमुख कारण यह था कि पिछले ढाई महीने से बंद स्कूल के चलते बच्चों को दिया जाने वाला मिड-डे-मील नहीं दिया जा सका था जिसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नई गाइडलाइन जारी की गई है।
जारी की गई नई गाइडलाइनस के तहत र्निदेश दिए गए की ऐसे बच्चों के अभिवावकों को बुलाकर उनके खाते की डिटेल ली जाए और खाद्यान्न का जो भी कन्वर्जन कास्ट प्रति छात्र आता है वह पिछले ढाई महीनों का अभी तक उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाए इसी के साथ मिड-डे- मील में लगने वाले चावल और गेहूं को प्रति छात्र के हिसाब से संबंधित सरकारी राशन की दुकान से दिलाया जाए। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए आज अमेठी जनपद के तमाम प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय खुले।
अमेठी जनपद एवं तहसील के भेटुआ ब्लॉक स्थित भाले सुल्तान प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देश पर आज विद्यालय खोला गया है और समस्त छात्र छात्राओं के अभिभावकों को बुलाया गया है वह लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आ रहे हैं और उनके खाते की डिटेल ली जा रही है। जिससे उनके खाते में पैसे का भुगतान किया जा सके वहीं मौके पर आए हुए अभिवावकों ने बताया कि यह सरकार की बहुत अच्छी पहल है ऐसा काम अभी तक किसी भी सरकार के द्वारा नहीं किया गया है इससे बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों को भी बड़ी राहत मिलेगी।