
REPORT—SYED RAZA
प्रयागराजः प्रयागराज में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजलेंस ने बड़ी करवाई करते हुए एक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी को 35 हज़ार की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है । सीएमओ प्रयागराज ऑफिस में तैनात पंकज कुमार पाण्डेय नाम के इस अधिकारी ने एक पॉली क्लिनिक के लाइसेंस के बदले 70 हज़ार रुपये की मांग की थी।
जिसकी शिकायत पीड़ित ने विजलेंस से की जिसके बाद विजलेंस ने ट्रैप लगाकर आरोपी को 35 हज़ार रुपये की घूस लेते धर दबोचा । एसपी विजलेंस के मुताबिक सीएम योगी की ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ करवाई के क्रम में ये करवाई की गई है।
एसपी विजिलेंस के मुताबिक पूरे मामले की जांच आगे भी जारी है और ये भी जांच की जा रही है भ्रष्टाचार के इस मामले में पंकज पाण्डेय केवल एक छोटी मछली है या बड़े अधिकारी भी इसमें शामिल है क्या क्लीनिक और नर्सिंग होम का लाइंसेंस केवल एक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी की कलम से होता है इसकी भी जांच की जा रही है और अगर इसमें कोई बड़ा अधिकारी भी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ भी सख्त करवाई होगी ।
पूरे मामले में गिरफ्तार किया गये स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज पाण्डेय अपने बचाव में साजिश की बात कर रहा है उसका कहना है बीते कुछ समय मे उसने 20 नर्सिंग होम का लाइसेंस निरस्त किया है और इस मामले में शिकायतकर्ता के खिलाफ भी लाइसेंस के निरस्तीकरण की करवाई की थी जिसके बाद सुनियोजित साजिश के तहत उसे फंसाया गया है ।
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बैरहाल इस पूरे मामले से कम से कम ये तो जाहिर होता ही है कि स्वास्थ्य जैसे जरूरी और अहम महकमे में भी भ्रष्टाचार हावी है और यहां पैसे लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम और क्लीनिक का लाइसेंस देकर लोगों की जांच से खिलवाड़ का खेल भी होता है ।