
कहते हैं जाको राखे साइयां,मार सके न कोई. यानी कि जिस पर भगवान की कृपा हो उसे कोई नहीं मार सकता. ऐसा ही कुछ हुआ है मुंबई में.यहां एक 24 वर्षीय विवाहिता अपने 8 माह की बेटी को गोद में लेकर मुंबई लोकल ट्रेन के सामने कूद गई. इस हादसे में महिला की मौके पर मौत हो गई जबकि बच्ची को एक खरोंच तक नहीं आई.
मामला मुंबई के राम मंदिर और जोगेश्वरी स्टेशन के बीच का है. यहां डाउन फ़ास्ट विरार लोकल ट्रेन गुजर रही थी. तभी उसके सामने 24 वर्षीय गायत्री जैसवाल अपनी 8 माह की बेटी नियति को लेकर ट्रेन के सामने कूद गई.
इस हादसे में गायत्री जैसवाल ने मौके पर दम तोड़ दिया. वहीं, उसकी बेटी नियति को एक खरोंच तक नहीं आई. बताया जा रहा है कि गायत्री की कुछ दिन पहले ही सुशील जैसवाल से शादी हुई थी. दोनों को आठ माह पहले एक बेटी हुई.
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गायत्री के पति सुशील का कहना है कि एक माह पहले ही गायत्री उत्तर प्रदेश के बधोई से मुंबई आई थी. सब कुछ ठीक चल रहा था. हम कुछ दिन बाद ही फ्लाइट से उत्तर प्रदेश लौटने वाले थे, लेकिन समझ नहीं आया कि गायत्री ने आत्महत्या का कदम क्यों उठाया.
वहीं, एक पुलिस अफसर का कहना है कि गायत्री का परिवार में कुछ विवाद हुआ था. शायद वह अपने पति के साथ अलग रहना चाहती थी. लेकिन उसने आत्महत्या कर ली. शव को उसके परिवार वालों को सौंप दिया है. बच्ची भी स्वस्थ है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.