पीएम मोदी ने दिया बड़ा बयान कहा – वामपंथी-नामपंथी-दामपंथी से देश को हैं खतरा…
उत्तर प्रदेश के भदोही में मिशन पूर्वांचल की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस और सपा-बसपा गठबंधन पर जमकर निशाना साधा।
जहां उन्होंने कहा कि हमारे देश में आजादी के बाद चार तरह के राजनीतिक कल्चर(संस्कृति) चले। पहला- नामपंथी, दूसरा- वामपंथी, तीसरा- दाम-दमनपंथी। उन्होंने इससे देश को खतरा बताया। कहा कि और चौथा है जो हम लाये हैं- विकासपंथी।
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वहीं हमारे देश में हमला कश्मीर में हो मगर दुख भदोही को होता है, हमला कश्मीर में हो लेकिन दिल कन्याकुमारी का रोता है। लेकिन जब उसके जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक होता है तो आपको गर्व होता है। जब आप सही नीयत और नीति से लोगों के हितों में काम करते हैं तो नामुमकिन भी मुमकिन है।
दरअसल मैं महामिलावट का क्या करूं जो भारत की इस कामयाबी को मानने को ही तैयार नहीं हैं। महामिलावटी कह रहे हैं कि देश में चुनाव था इसलिए मोदी ने मसूद अजहर पर बैन लगवा दिया। हर चीज को चुनाव के चश्में से देखने की वजह से ही आज कांग्रेस और उसके साथियों की ये हालत हो गई है।
जहां हमारे देश में आजादी के बाद 4 तरह के राजनीतिक कल्चर चलें। पहला- नामपंथी, दूसरा- वामपंथी, तीसरा- दाम और दमनपंथी। और चौथा है जो हम लाये हैं।
नामपंथी- जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का नाम जपे।
वामपंथी- जो विदेशी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश करे।
दाम-दमन पंथी- जो धन और बाहुबल की ताकत पर सत्ता पर कब्जा करे।
हमारा कल्चर है विकास पंथी- जिसके लिए सिर्फ और सिर्फ देश के लोगों का विकास ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है, जिसके लिए दल से भी बड़ा देश है।
देखा जाये तो सऊदी अरब के जेल में हमारे देश के 850 लोग बंद थें। सऊदी के राजकुमार जब भारत आए तो यहां के लोगों से प्रभावित हो कर भारत के कैदियों को रमजान के महीने के पहले ही छोड़ दिया।
मैं भदोही और पूरे देश की मुस्लिम बहनों को कहना चाहता हूं कि कई सारे देशों में तीन तलाक पर कानून नहीं बने हैं। हम अपनी मुस्लिम बहनों को वो सारे अधिकार देना चाहते हैं, जो अधिकार उन्हें मुस्लिम देशों में हैं।
मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं और गुजरात जैसे समृद्ध राज्य का मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। पिछले पांच साल से आपने प्रधान सेवक के रूप में काम दिया है। इस व्यक्ति के ऊपर एक दाग लगा है क्या? कहीं कोई संपत्ति का पता चला है क्या? देश को इसके सिवा और क्या चाहिए?