
रिपोर्ट- बी.डी. मिश्रा
बांदा। बुंदेलखंड के बाँदा में पुलिस स्टेशन के अंदर संदिग्ध मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। डेढ़ माह पहले थाने में पुलिस कांस्टेबल नीतू शुक्ला की संदिग्ध ख़ुदकुशी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर खाकी पर संदिग्ध ख़ुदकुशी का दाग़ लगता दिख रहा है। फिर एक युवक की लाश पुलिस हिरासत में थाने के अंदर ही फांसी पर लटकती मिली है।
मृतक को दोपहर में पुलिस स्टेशन के एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था और देर शाम थाने में ही उसकी लाश फांसी के फंदे से लटकी मिली। पुलिस इसे ख़ुदकुशी बताने में जुटी है लेकिन मृतक के परिजन और सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने को घेरकर जाम लगा दिया और जमकर बवाल किया। आनन फानन में कई थानों की फ़ोर्स और पीएसी लगाकर किसी तरह स्थिति नियंत्रण में की गयी है और एसपी समेत सभी आला अफसर देर रात तक थाने में जमे रहे।
बाँदा में इस बार तिंदवारी थाने में संदिग्ध ख़ुदकुशी का मामला सामने आया है। शनिवार की शाम साढ़े सात बजे थाने के अंदर दोपहर में पूछताछ के लिए लाये गए 35 वर्षीय बबलू सिंह की लाश फांसी में लटकती मिली है।
दरअसल तिंदवारी थाने के अमलीकौर में तीन दिन पहले बबलू सिंह का पडोसी छोटू निषाद और उसके परिवार से कटिया तार को लेकर विवाद हुआ था जिसपर छोटू निषाद और उसके परिजनों ने बबलू की पिटाई की थी और सूचना पर पहुंची डायल 100 पुलिस दोनों पक्षों को थाने लायी थी जहाँ दोनों पक्षों की एनसीआर दर्ज कर उन्हें इलाज के लिए छोड़ दिया गया था।
मृतक के परिजनों और ग्रामीणों के मुताबिक घायल बबलू को तीन दिन से बराबर एसओ तिंदवारी अंगद प्रताप सिंह थाने बुलाकर प्रताड़ित कर रहे थे और आज भी उसे थाने बुलाया गया था। जिस पर बबलू ग्राम प्रधान साजन सिंह और अपने साथी पुष्पराज के साथ थाने पहुंचा था जहाँ से देर शाम उसकी लाश ही बाहर आयी। पुलिस आनन फानन में बबलू के शव को फांसी से उतारकर जिला अस्पताल लायी जहाँ उसे मृत घोषित किया गया।
बबलू की मृत्यु की सूचना मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों ने तिंदवारी थाने को घेर लिया और सैकड़ों लोगों ने थाने के सामने ही बाँदा फतेहपुर मार्ग में जाम लगा दिया। स्थिति बिगड़ते देख एसपी एस आनंद, एडीएम संतोष कुमार समेत भारी पुलिस फ़ोर्स और पीएसी जवान तिंदवारी पहुंचे और किसी तरह हालात बिगड़ने से रोका।
रात 2 बजे तक एसपी और सभी अफसर मृतक के परिजनों को समझाते बुझाते रहे तब जाकर स्थिति सामान्य हो सकी। पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है लेकिन मृतक के परिजन और ग्रामीणों का कहना है कि एसओ मृतक को प्रताड़ित करते रहे और शाम को बबलू के साथ गए सभी को थाने से निकाल दिया और 10 मिनट बाद उन्हें उसके फांसी पर ख़ुदकुशी की सूचना दी गयी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी हत्या कराई है।
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वहीं इस मामले में मौके में मौजूद एसपी एस आनंद का कहना है कि पूछताछ और सुलह कराने के लिए बबलू को थाने बुलाया गया था जहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। एसपी ने परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने और कार्यवाही की बात कही।