
रायबरेली। प्रधान ने जिलाअधिकारी को पत्र लिख खोली शिक्षा मित्र के कारनामे की पोल— उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां एक तरफ शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए नित नए प्रयाश कर रहे है वही शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति उसपर पानी फेरने से बाज नही आ रही है। रायबरेली जिले के ऊंचाहार के रोहनिया ब्लाक के सतहरा गाव के प्रधान ने जिलाधिकारी को पत्र लिख कर एक शिक्षा मित्र की पोल खोल दी है।

प्रधान ने आरोप लगाया है कि शिक्षामित्र प्राइमरी स्कूल के बच्चो को अपने बिना मान्यताप्राप्त स्कूल में जबरन पढ़वाने को मजबूर करते है और उनसे फीस के तौरपर मोटी रकम वसूलते है।
पहले आपको को प्राथमिक स्कूल की हालत हो दिखाते है जिसे सरकार द्वारा संचालित किया जाता है इस विद्यालय में सारी सुविधाएं छात्रो को उपलब्ध है।
अब दूसरी तरफ शिक्षामित्र का निजी अवैध विद्यायल देखिए जो किसी तबेले से कम नही है। दरअसल रायबरेली के ऊँचाहार के सतहरा गाव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के पद पर तैनात संतोष कुमार प्राथमिक विद्यालय के पास में ही अपना एक बिना मान्यता का निजी स्कूल तबेले में संचालित करते है ।
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जिसमे बकायदा गंदगी के साथ साथ जानवर तक बांधे जाते है। शिक्षामित्र पर आरोप है कि वह प्राथमिक विद्यालय के छात्रो को जबरन अपने निजी स्कूल में पढ़ने को मजबूर करते है और उनके परिजनों से मोटी रकम वसूलते है।
ग्राम प्रधान ने इसकी कई बार लिखित शिकायत भी एबीएसए से की पर विभागीय साठगांठ के चलते आरोपी पर कोई कार्यवाही नही हुई जिसके चलते अब ग्राम प्रधान ने डीएम व सीएम से लिखित शिकायत की है।