‘जिंदा’ शख्स की फेसबुक पर हत्या के बाद मच गया बवाल
लखनऊ। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर Aligarh सर्च करके Latest ऑप्शन में जाइए। जो पोस्ट सामने आएंंगी, उसमें लगी तस्वीरें देखकर आपकी रूह कांप उठेगी। इन तस्वीरों को बीते तीन-चार घंटों में सैकड़ों बार शेयर किया गया है।
तस्वीरों में कथित रूप से एक मुस्लिम युवक को हिन्दूवादी संगठन के लोग पीट रहे हैं। तस्वीरों के साथ लिखे कमेंट बेहद डरावने हैं। इसमें मोदी सरकार से लेकर यूपी सरकार तक के खिलाफ गुस्सा जताया जा रहा है। साथ ही अपशब्द लिखेे गए हैं। दो धर्मों के लोग एक-दूसरे के खिलाफ शर्मनाक बातें लिख रहे हैं और लगातार यह सब जारी है।
हालांकि इन तस्वीरों की सच्चाई क्या है, इसे शेयर करने वाले किसी शख्स ने यह अभी तक पता नहीं किया है। इन फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, राजस्थान में गो सेवकों ने मवेशियों से भरा ट्रक पकड़ा था। इस आरोप में उन्होंने ड्राइवर को निर्वस्त्र करके इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। पीटने वालों में एक शख्स भगवा कपड़ा लपेटे है।
इन पोस्ट में एक किसी अखबार की धुंधली कटिंग है। इस पर एक तरफ लिखा है कि मुस्लिम ड्राइवर को हिन्दूवादी संगठन के लोग पीट रहे हैं। उसकी हत्या के जिम्मेदार यही लोग हैं।
हालांकि जिस अखबार की कटिंग लगाई गई है, उसमें कहीं साफ नहीं है कि पीटने वाले किसी हिन्दूवादी संगठन से हैं और पिटने वाला एक मुस्लिम शख्स।
अब असल खबर पर बात करते हैं। दरअसल, 31 मई को गोकशी के लिए मवेशियों को ले जा रहा एक ट्रक राजस्थान में पकड़ा गया था। इस मामले में स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को पकड़कर पीटा था। ट्रक ड्राइवर ने कुछ लोगों को टक्कर मार दी थी, इसलिए उसे पीटा गया था।
गोकशी की बात सामने आने पर भी बाद में कुछ और लोगों ने उसे पीटा लेकिन पुलिस ने उसे बचा लिया। साफ है कि यह शख्स जिंदा है लेकिन फेसबुक पर उसकी हत्या कर दी गई है।
ऐसी पोस्ट को तमाम फेसबुक ग्रुप्स और पेज पर शेयर किया जा रहा है। इनके जरिए एक-दूसरे के खिलाफ अपशब्दों में पोस्ट किए जा रहे हैं। यह सब तब है, जबकि यूपी के सीएम अखिलेेश यादव से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक लोगों को सोशल मीडिया के सही इस्तेमाल की नसीहत दे चुके हैं।
फेसबुक और अलीगढ़
सबसे हैरत की बात यह है कि फेसबुक पर इस घटना का अलीगढ़ से कोई सीधा कनेक्शन नहीं है। इसके बावजूद वहां के फेसबुक यूजर इसे सबसे ज्यादा शेयर कर रहे हैं। ये यूजर पीएम अन आॅफिशियल नाम के पेज पर भी इसे शेयर कर रहे हैं। यह पेज किसी भी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केन्द्र की सरकार से नहीं जुड़ा है। यहां भी समुदाय विशेष के खिलाफ भ्रामक बातें पोस्ट की गई हैं।