
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया 11 घंटे की ‘गुमशुदगी’ के बाद मीडिया के सामने आए। सोमवार सुबह से ही लापता तोगड़िया 11 घंटे बाद बेहोशी की हालत में मिले थे।
मीडिया के सामने आए वीएचपी प्रमुख तोगड़िया ने कहा कि, कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का प्रयास होता रहा, मैं हिंदू एकता के लिए प्रयास करता रहा। कई वर्षों से हिंदुओं की जो आवाज थी, राम मंदिर-गोहत्या का कानून, कश्मीरी हिंदूओं को बसाने की मांग की। प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रवीण तोगड़िया काफी भावुक हो गए।
तोगड़िया ने कहा कि मेरे विरुद्ध कानून भंग के केस लगाए गए हैं, मुझे डराने की कोशिश की जा रही है। मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का काफिला मुझे गिरफ्तार करने के लिए आया था, यह हिंदुओं की मेरी आवाज दबाने का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि, मैंने 10 हजार डॉक्टरों को तैयार किया, लेकिन सेंट्रल आईबी ने उन्हें भी डराने की कोशिश की. कल मैं मुंबई में भैयाजी जोशी के साथ कार्यक्रम कर रहा था, मैंने पुलिस को ढाई बजे आने को कहा पर सुबह पूजा कर रहा था तभी एक व्यक्ति आया तो कहा कि मेरा एनकाउंटर करने की बात हो रही है।
तोगड़िया ने बताया कि, मैंने अपने फोन को बंद कर दिया था, मैंने दूसरे फोन से राजस्थान पुलिस से बात की। राजस्थान के गृहमंत्री से भी इस मुद्दे पर बात की। मैं अकेला ही ऑटो रिक्शा में निकला था।
सोमवार सुबह जैसे ही तोगड़िया के गायब होने की खबर उड़ी तो एक तरह से हड़कंप मच गया। उनके समर्थक गुस्से में आ गए और कई जगह प्रदर्शन भी किया। वीएचपी कार्यकर्ताओं ने उनके गायब होने के विरोध में अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, राजकोट, मोरबी और नर्मदा में विरोध प्रदर्शन किया।
विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है, ‘पूरे देश में कार्यकर्ता तोगड़िया को लेकर चिंतित थे। किसी को पता नहीं था कि वह कहां गए। हमने सभी कार्यकर्ताओं से धैर्य बनाए रखने की अपील की थी।’
पूरे दिन रही तोगड़िया की तलाश
VHP कार्यकर्ताओं का कहना था कि राजस्थान पुलिस तोगड़िया को गिरफ्तार करके ले गई थी। अहमदाबाद के जॉइंट पुलिस कमिश्नर जेके भट्ट ने कहा था कि तोगड़िया को न गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया और न राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया।
राजस्थान पुलिस ने भी तोगड़िया की गिरफ्तारी से इनकार किया था। वहीं, अहमदाबाद पुलिस ने कहा था कि तोगड़िया की तलाश की जा रही थी।
तोगड़िया का इलाज कर रहे डॉ. आरएम अग्रवाल ने कहा है कि तोगड़िया को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था। उनकी शुगर कम हो गई थी और इसी वजह से वह बेहोश हो गए थे।
उन्होंने बताया कि तोगड़िया को एंबुलेस अस्पताल लेकर आई थी। डॉ. अग्रवाल ने कहा है कि अब उनकी हालत पहले से बेहतर है।
सुबह निकले थे रिक्शे से
अहमदाबाद पुलिस क्राइम ब्रांच ने सोमवार शाम को इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें कहा गया था कि प्रवीण तोगड़िया की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक तोगड़िया विहिप के मुख्यालय से सुबह 10:45 पर निकले थे। वह एक रिक्शे से निकले थे।
पुलिस के मुताबिक तोगड़िया खुद ही रिक्शे में बैठकर वीएचपी दफ्तर से निकले थे। उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मी को भी साथ आने से मना कर दिया था।
पुलिस से जब पूछा गया कि क्या तोगड़िया अंडरग्राउंड हो गए तो उन्होंने कहा, ‘हम यह नहीं कह रहे हैं, लेकिन इतना साफ है कि वह अकेले ही रिक्शे में बैठकर निकले हैं।’
अहमदाबाद पुलिस का कहना था कि पाडली ऑफिस की सीसीटीवी फुटेज तलाशी जा रही हैं। यहीं तोगड़िया को आखिरी बार देखा गया था। पुलिस ने कहा था कि उन्हें इस मामले में तोगड़िया के परिवार की ओर से अब तक गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।