राष्ट्र निर्माण में नौसेना की भूमिका अहम : राष्ट्रपति रामनाथ कोविद

रामनाथ कोविदविशाखापत्तनम| राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय नौसेना न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी भूमिका निभा रही है। नौसेना की पनडुब्बी इकाई को राष्ट्रपति सम्मान(कलर्स) देने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आने वाले समय में मेक इन इंडिया कार्यक्रम से नौसेना की क्षमता में बढ़ेगी।”

कोविंद ने कहा, “आज हमारे समुद्री हित सीधे भारत की अर्थव्यवस्था व सुरक्षा और लोगों की भलाई से जुड़े हुए हैं। 90 प्रतिशत से ज्यादा व्यापार(परिमाण के प्रयोग के आधार पर) समुद्री मार्गो के द्वारा होते हैं।”

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उन्होंने कहा, “भारतीय नौसेना की भूमिका में विस्तार न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा, बल्कि राष्ट्र निर्माण की वृहद प्रक्रिया के लिए हैं। समुद्री ताकत के लिए भारतीय नौसेना हमारा प्राथमिक उपकरण है। यह हमारे सैन्य और नागरिक समुद्री हितों के लिए अभिभावक की भूमिका में है।”

राष्ट्रपति ने कहा कलर्स(सम्मान) गत 50 वर्षो से शांति व युद्ध के समय देश के लिए महत्वपूर्ण कार्य की पहचान के लिए पनडुब्बी शाखा को दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “गत 50 वर्षो में 25 पनडुब्बियों को विभिन्न केंद्रों पर तैनात किया गया था। ये पनडुब्बियां और इसके चालक दल के सदस्य भारतीय नौसेना के अभियान के अहम हिस्सा हैं।”

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कोविंद ने कहा, ” नौसेना की 17 पनडुब्बियों को चीफ ऑफ नेवल स्टॉफ्स की ‘असाधारण प्रतिभा के लिए यूनिट प्रशस्ति पत्र’ प्रदान किया गया।”

राष्ट्रपति ने कहा कि वह यह जानकर खुश हैं कि पनडुब्बी प्रौद्योगिकी ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा है, जिससे आने वाले समय में इसकी क्षमता में मजबूती आएगी।

भारत के पास फिल्हाल 15 पनडुब्बी हैं, जबकि चीन के पास लगभग 70 पनडुब्बी हैं।

राष्ट्रपति कोविंद ने भारतीय नौसेना की पनडुब्बी के उन जवानों को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश सेवा करते हुए अपनी कुर्बानी दी है।

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