वीवीआईपी सुरक्षा संभालने की जिम्मेदारी सिर्फ एनएसजी व सीआईएसएफ को : गृह मंत्रालय
नई दिल्ली| केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अर्ध सैनिक बलों सीआरपीएफ व आईटीबीपी को वीवीआईपी सुरक्षा की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है और सीआईएसएफ व एनएसजी को यह जिम्मेदारी दी है। सीआईएसएफ व एनएसजी पहले ही यह कार्य लंबे समय से कर रहे हैं। मंत्रालय ने यह आदेश 23 नवम्बर को जारी किया। आदेश में कहा गया कि यह फैसला वीवीआईपी व्यक्तियों की निजी सुरक्षा ड्यूटी की समीक्षा के बाद लिया गया।
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मंत्रालय के आदेश के मुताबिक अब तक 92 वीवीआईपी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अधीन थी। इस जिम्मेदारी को ‘चरणबद्ध तरीके से’ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ ) को, खास तौर से इसके विशेष सुरक्षा समूह को दी जाएगी। इस विशेष सुरक्षा समूह को 2005 में खास तौर से इसी उद्देश्य के लिए बनाया गया था।
इसमें कहा गया, “सीआरपीएफ व आईटीबीपी को क्रमश: निजी सुरक्षा कार्य से मुक्त किया जाएगा। इस प्रक्रिया में समय लगेगा और उम्मीद है कि 2018 अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।”
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सीआरपीएफ तब तक 75 वीवीआईपी को ‘जेड प्लस’, ‘जेड’, ‘एक्स’ व ‘वाई प्लस’ व ‘वाई’ श्रेणियों के तहत सुरक्षा दे रही है, जबकि आईटीबीपी 17 ऐसे व्यक्तियों को सुरक्षा दे रही है।
आदेश में यह भी कहा गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ज्यादा जोखिम वाले सुरक्षा प्राप्त लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना जारी रखेगा।