येरूशलम : ट्रंप के फैसले से दुनिया भर में खलबली, अमेरिका को भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर नतीजे

येरूशलमनई दिल्ली| येरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने की घोषणा करते ही भूचाल आ गया है. जहां एक ओर ट्रंप के इस फैसले से ईरान चिढ़ गया है वहीं दूसरी ओर आतंकी संगठन ISIS और अलकायदा ने अमेरिका पर बड़े हमले की धमकी दी है. इस फैसले के तहत तेल अवीव स्थित अमेरिकी एंबेसी को येरूशलम शिफ्ट किया जाएगा.

येरूशलम पर बवाल

अपने फैसले में ट्रंप ने कहा कि येरूशलम इस्लाम और ईसाईयों की श्रद्धा का केंद्र है. साथ ही यह इजरायल और अरब के बीच विवाद का भी केंद्र है. इजरायल के तेल अवीव स्थित अमेरिकी दूतावास येरूशलम ले जाने की प्रक्रिया शुरू की जाए.

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ट्रंप ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपतियों ने इस बारे में अभियान चलाया, लेकिन इसे पूरा करने में असफल रहे. आज मैं इस वादे को पूरा कर रहा हूं.

ये है विवाद 

फिलिस्तीन पूर्वी येरूशलम को अपनी राजधानी मानता है, जहां अल अक्सा मस्जिद स्थित है. जिसके बाद ट्रंप के इस फैसले से अरब जगत में खलबली तय मानी जा रही थी.

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इस फैसले के बाद ज्यादातर देश ये मान रहे हैं कि आने वाले वक्त में इसे लेकर बड़ा विवाद छिड़ सकता है और दुनिया को इसके भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

ये है भारत का रुख

विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत का रुख स्वतंत्र और समान है. भारत की नीति हमारे दृष्टिकोण और हितों से तय होती है. यह किसी देश के फैसलों से प्रभावित नहीं होती.

कई देशों ने बुलाई आपात बैठक

अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले के बाद फ्रांस, मिस्र और ब्रिटेन सहित आठ देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है. सभी देश इस मुद्दे पर ये आकलन करने में लगे हुए है कि इससे उन्हें किस तरह निपटना है.

इजराइल ने किया स्वागत

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि उनका देश हमेशा के लिए इस फैसले का आभारी रहेगा.

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