दुनिया की सबसे पुरानी गुफाओं में मौजूद हैं हिंदू देवी-देवता
दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं, जो सदियों पुरानी है. सालों बीत जाने के बाद भी वैसी की वैसी ही हैं. बड़ी-बड़ी इमारतों से लेकर मंदिरों तक कई ऐसी जगहें हैं, जिनका इतिहास बहुत पुराना है. साथ ही धार्मिक दृष्टिकोण से भी बेहद खास हैं. हिंदू धर्म की सदियों पुरानी गुफाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पूरी दुनिया से लोग आते हैं.
गोवा गजह गुफा
इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर हिन्दुओं के कई प्राचीन मंदिर हैं, जहां एक गुफा मंदिर भी है. 1995 में इसे विश्व धरोहरों में शामिल किया गया. इस गुफा मंदिर को गोवा गजह गुफा और एलीफेंटा की गुफा कहा जाता है. यह गुफा भगवान शंकर की है. यहां 3 शिवलिंग बने हैं.
भगवान मुरुगन की गुफा
मलेशिया भी पहले हिन्दु राष्ट्र हुआ करता था. वहां कई प्राचीन गुफा मंदिर है. उनमें से एक है देवी पार्वती के बेटे भगवान मुरुगन का गुफा मंदिर. यहां पर भगवान मुरुगन के जन्म दिवस से रूप में थैपुसम नामक उत्सव मनाया जाता है. भगवान मुरुगन की लगभग 43 मीटर ऊंची मूर्ति है.
वराह गुफाएं
वराह गुफा तमिलनाडु में चैन्नई के महाबलीपुरम में स्थित है. वराह गुफा में भगवान विष्णु का मंदिर है. चट्टानों को काटकर की गई कलाकारी इतनी सुंदर है कि इसे यूनेस्को की विश्व विरासत का हिस्सा बनाया गया है.
एलीफेंटा की गुफा
मुंबई के गेट वे ऑफ इंडिया से लगभग 12 किलोमीटर दूर एलीफेंटा नाम की गुफा है. यह गुफा पहाड़ों को काटकर बनाई गई है. यहां लगभग 7 गुफाएं हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है महेश मूर्ति गुफा. इस गुफा में अर्द्धनारीश्वर, भगवान शिव, रावण द्वारा कैलाश पर्वत को ले जाते हुए और नटराज शिव की उल्लेखनीय छवियां दिखाई गई हैं. इसे भी यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत का दर्जा दिया गया है.
हिंगलाज माता मंदिर
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हिंगोल नदी के किनारे पहाड़ी गुफा में स्थित देवी सती का हिंगलाज मंदिर बहुत ही पुराना है. हिंगलाज माता का यह मंदिर देवी सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस मंदिर के महत्व का उल्लेख कई ग्रंथों में भी मिलता है.