लापरवाही पर डीएम ने की कईयों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही
- गाँव की गलियाँ न बता पाने पर अवर अभियन्ता का वेतन रोका
- लापरवाही पर डीएम ने की कईयों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही किया निलंबित
शाहजहाँपुर। डीएम विजय किरन आनन्द ने ददरौल विकास खण्ड के समग्र ग्राम के अजीतपुर जिगनेरा में हुए विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। इस मौके पर डीएम ने चैपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके तत्काल निस्तारण के आदेश अफसरो को दिए।
डीएम विजय किरन आनन्द ने सीडीओ पुलकित खरे के साथ अजीतपुर जिगनेरा गांव में पहुंचकर प्राथमिक विद्यालय के प्रागंण में ग्रामीणों के साथ चैपाल लगाते हुए विभिन्न विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी की। चैपाल में विकास कार्यो की समीक्षा करने पर डीएम ने विकास खण्ड के अवर अभियन्ता से जानकारी की कि इस गांव में कितनी गलिया है तो वो नही बता सकें। डीएम ने उनके वेतन रोकने के निर्देश दिये। उसी तरह स्वास्थ्य विभाग द्वारा गत वर्ष 39 गर्भवती महिलओ में मात्र 3 का संस्थागत प्रसव होने एवं इस वर्ष 42 गर्भवती महिलाओं में केवल 3 का ही रजिस्टर पर पूरा प्रोफारमा भरा हुआ पाया गया। अन्य का नहीं। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आशा की सेवा समाप्ति एएनएम को निलम्बित करने तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा गाँव की सही जानकारी न देने पर वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने कड़े निर्देश दिये कि शनिवार को बैठक लें। और सभी गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष तक बच्चों को बुलाकर शतप्रतिशत टीकाकरण करें। गांव में 8 बच्चे अतिकुपोषित होने पर डीएम ने कहा कि सभी बच्चों का 2 माह के अन्दर यदि कुपोषण दूर नहीं होता है तो आगबाड़ी कार्यकत्री की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। जो 4 बच्चे पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती होकर सही होकर आये थे वे पुनः कैसे कुपोषित हो गयें। डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि उन बच्चों का देखभाल ठीक से करें। जबतक वो शारीरिक व मानसिक विकास में तेजी न लायें तबतक लगातार उनका पर्यवेक्षण होना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सीडीपीओ अतिकुपोषित 8 बच्चों के परिवार का सामाजिक, आर्थिक आदि पूर्ण विवरण बनाकर दो दिन के अन्दर प्रस्तुत करें।