बाजार में मौजूद सेहत के सौदागर कर रहे घिनौना काम, जानिए नकली अंडे का सच

प्लास्टिक के अंडेकोलकाता। इंसान अपनी सेहत बनाने के लिए पौष्टिक आहार लेता है। लेकिन जब यही आहार सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध होने लगे तो चिंता का विषय बन जाता है। सब्जियों और फलों में केमिकल मिले होने की बात आम हो चुकी है। बाजार में मौजूद सेहत के सौदागर पैसों के लिए इस हद तक गिर गए हैं, जिसे जानकर आप अब कुछ भी खाने से पहले डरेंगे।

आपको याद होगा कि कुछ समय पहले एक वीडियो बहुत वायरल हुआ था जिसमें प्‍लास्‍टिक की पत्‍तागोभी के मार्केट में बिकने का सच सामने आया था। लोग उससे उबर भी नहीं पाए थे कि एक नया एक नया खुलासा हुआ है। कोलकाता में प्लास्टिक के अंडे के बिकने का मामला सामने आया है।

कोलकाता की एक महिला ने बताया कि वह अपने एक साल के बेटे को काफी समय से अंडे खिला रही थी जिसके बाद उसके बेटे की तबियत खराब रहने लगी थी। डॉक्‍टर को दिखाने के बाद भी बिमारी का पता नहीं चल पाया। इसी दौरान वह मार्केट से फिर से अंडे लेकर आई जिसके वह ऑमलेट बनाने जा रही थी। अंडे फोड़ने के दौरान उसने गौर किया कि उन अंडों की भीमरी सतह प्‍लास्‍टिक की है।

महिला ने ऐसा गौर करने के बाद उन अंडों की जर्दी को आग में जलाकर देखा तो उसमें से प्‍लास्‍टिक के जलने की महक आ र‍ही थी। इस बात से मार्केट में प्लास्टिक के अंडे मौजूद होने का सच सामने आया। इस पूरे मामले में जब वैज्ञानिक की राय लेने पवर पता चला कि कैल्शियम कार्बोनेट, जिप्सम और सोडियम अल्जीनेट की मदद से नकली अंडा बनाना संभव है।

कोलकाता यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर देबाज्योति मुखर्जी के मुताबिक ऐसे अंडो का जर्दी बनाने के लिए बेंजोइक एसिड और मर्करी जैसे खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। इन केमिकल्‍स से कैंसर होने का खतरा रहता है। साथ ही लीवर को भी नुकसान पहुंचता है।

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें प्‍लास्टिक के अंडों को बनाने की पूरी विधि दिखाई गई है। दूसरी वीडियो में इन्‍हें जलाकर चेक करते हुए दिखाया गया है।

 

 

 

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