
नई दिल्ली। आप सभी ने Quick Heal एंटीवायरस का नाम तो सुना ही होगा। क्योंकि इंडिया में स्मार्ट फोने, टैबलेट या फिर लैपटॉप रखने वालों के लिए तमाम एंटीवायरस कंपनियों में ‘Quick Heal’ उनकी पहली पसंद मानी जाती है। लेकिन ‘Quick Heal’ के पीछे जिस इंसान की मेहनत है, उन्हें शायद ही आप लोग जानते होंगे। आज की तारिख में करोड़ों का कारोबार करने वाला ये इंसान एक बेहद गरीब परिवार से तालुक रखता था। जिसकी एक छोटी सी दुकान थी। लेकिन आज इस इंसान ने एक छोटी सी दुकान से एक बड़ी कंपनी खड़ी कर दी है।
Quick Heal एंटीवायरस
‘Quick Heal’ के चेयरमैन और सीईओ हैं कैलाश काटकर। एक गरीब परिवार में जन्में कैलाश ने केवल दसवीं तक पढ़ाई की है। इनका परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर था, जिसकी वजह से ये परिवार की मदद के लिए मोबाइल रिपेयर की दुकान पर काम करने लगे थे।
उसके बाद कैलाश मुंबई चले गए जहां इन्होने कुछ महीनों मोबाइल और कंप्यूटर की ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग के बाद ये मोबाइल और कंप्यूटर के बारे में काफी कुछ जान चुके थे, जिसके बाद इन्होने पुणे में अपनी 15 हजार की बचत से खुद की दुकान खोल ली, जिसे ये अकेले चलाते थे।
जब दुकान का मुनाफा बढ़ा तब इन्होने बिजनेस को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। जब इनका कारोबार ठीक तरह से चलने लगा और लाखों की कमाई होने लगी तभी इनके दिमाग में एंटीवायरस का आईडिया आया। छोटे भाई की मदद से इन्होने एंटीवायरस बनाया जिसका नाम ‘Quick Heal’ रखा।
आज ‘Quick Heal’ एंटीवायरस लोगों की पहली पसंद है। कैलाश अपनी मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ते गए और आज उनकी अपनी एक अलग पहचान है। एक छोटी सी दुकान पर काम करने वाले कैलाश की कंपनी में आज 600 से ज्यादा लोग काम करते हैं। आज इंडिया के साथ-साथ विदेशों में भी ‘Quick Heal’ को काफी पसंद किया जा रहा है।