
रेटिंग– 4
स्टारकास्ट– आमिर खान, साक्षी तंवर, फातिमा सना शेख, सान्या मल्होत्रा, ज़ायरा वसीम, सुहानी भटनागर
डायरेक्टर– नीतेश तिवारी
अवधि– 2 घंटा 49 मिनट
प्रोड्यूसर– आमिर खान, किरण राव, सिद्धार्थ रॉय कपूर
म्यूजिक– प्रीतम
कहानी: महावीर फोगट (आमिर खान) की शादी शोभा कौर (साक्षी तंवर) से होती है. बेटे की चाहत में महावीर की चार बेटियां हो गईं. वह चाहता था कि उसका एक बेटा हो, जो गोल्ड मेडल जीतकर ला सके. दोनों बेटियां गीता (बचपन का ज़ायरा वसीम और बड़ी होकर फातिमा सना शेख) और बबीता ( बचपन के सुहानी भटनागर और बड़ी होकर सान्या मल्होत्रा) लड़कों को बुरी तरह पीटती हैं. जिसे देखकर अपनी बेटियों को गोल्ड मेडल जीतने के लिए तैयार करता है. फिल्म में आमिर का डायलॉग है, ‘म्हारी छोरियां छोरों से कम है के?’ से शुरू होती है बेटियों की तैयारी. यहीं से शुरुआत होती है उस लगन और मेहनत की, जो महावीर को उसके मंजिल तक पहुंचाती है.
डायरेक्शन : नीतेश ने बेहतरीन निर्देशन किया है, जिसकी वजह से फिल्म अच्छी बनी है. स्क्रीनप्ले और डायलॉग डिलीवरी फिल्म को बांधे रखते है. हरियाणवी डायलॉग भी शानदार हैं.
एक्टिंग : आमिर ने महावीर फोगट के किरदार में जान डाल दी है. उनकी एक्टिंग तो जगजाहिर है. इस फिल्म में पिता की भूमिका भी बेहतरीन ढंग से निभाई.
फातिमा, सना शेख, सान्या मल्होत्रा, ज़ायरा वसीम और सुहानी भटनागर ने भी अच्छी एक्टिंग की है. साक्षी तंवर और अपारशक्ति खुराना ने भी अपने रोल को सही तरीके से निभाया है.
म्यूजिक : फिल्म में प्रीतम का संगीत है. फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म को मजबूत और बांधे रखता है.
देखें या नहीं : यह फिल्म महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई. इसे पूरी फैमिली के साथ देखा जा सकता है.