मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने वाले 6 लोगों की चली गई आंखों की रोशनी, डॉक्टर पर दर्ज हुआ एफआईआर

कानपुर में आंखों का ऑपरेशन के बाद छह लोगों के आंख की रोशनी जाने के मामले में बर्रा पुलिस ने दो डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।जहां आराध्या आई हॉस्पिटल के संचालक नेत्र सर्जन डॉ. नीरज गुप्ता और मरीज लाने वाले दुर्गेश कुमार शुक्ला के खिलाफ बर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। यह कार्रवाई एसीएमओ डॉ. एसके सिंह की तहरीर पर की गई है। उन्होंने इलाज में लापरवाही और फ्री कैंप का झांसा देकर मरीजों से डेढ़-डेढ़ हजार रुपये वसूलने का आरोप लगाया है। 

ऑपरेशन के बाद एक भी मरीज का नहीं लिया फॉलोअप

डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि 11-W-2 बर्रा बाईपास चौराहा पर आराध्या आई हॉस्पिटल है। संचालक नीरज गुप्ता ने 2 से 6 नवंबर के बीच राजाराम कुरील, रमेश कश्यप, नन्ही उर्फ मुन्नी, सुल्ताना, शेर सिंह और रामादेवी समेत छह मरीजों के आंख का ऑपरेशन किया था। ये सभी शिवराजपुर के सुधरदेवा गांव के रहने वाले हैं। इन सभी को उत्तरी निवासी दुर्गेश शुक्ला सरकारी कैंप का होने का झांसा देकर हॉस्पिटल में ऑपरेशन के नाम पर लाए थे। ऑपरेशन के बाद छह में चार मरीजों की आंख की रोशनी ही चली गई।

एसीएमओ डॉ. एसके सिंह की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट के बाद सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने डॉ. नीरज गुप्ता और दुर्गेश कुमार शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। सीएमओ डॉ. रंजन ने बताया कि अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर करा दी गई है। कमेटी अभी विभिन्न पहलुओं पर जांच करती रहेगी। आराध्या आई हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। उसमें कोई रोगी भर्ती नहीं किया जाएगा। कमेटी की पूर्ण रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। 

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