2014 में मोदी नहीं थे सबसे बड़े नेता, इन 3 लोगों से रह चुके पीछे

लोकसभा चुनाव में कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा वोटों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की है. 2019 लोकसभा चुनाव में भी नेताओं की कोशिश होगी कि इनका रिकॉर्ड तोड़ा जाए. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कई चेहरे ऐसे थे जिन पर जनता ने पूरा भरोसा जताया और वोटों की वर्षा की. इस लिस्ट में बीजेपी के दिग्गज नेता गोपिनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे टॉप पर हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया था. सबसे ज्यादा वोटों से जीत के मामले में प्रीतम मुंडे के अलावा सीपीआई-एम के नेता स्वर्गीय अनिल बसु , पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पीवी नरसिम्हा राव भी शामिल हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे लोकसभा सांसद जो सबसे ज्यादा अंतर से जीतकर रिकॉर्ड जीत दर्ज कर चुके हैं.

प्रीतम मुंडे
प्रीतम मुंडे बीड लोकसभा सीट से सांसद हैं. 2014 में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेने के 9 दिन बाद ही गोपीनाथ मुंडे की एक्सीडेंट में मौत हो गई. इसके बाद बीड लोक सभा सीट पर उपचुनाव हुए. इस सीट पर गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे ने चुनाव लड़ा और 9,22,416 वोट मिले. उन्होंने एनसीपी के सुरेश रामचंद्र को 6,96,321 वोटों से हराया. सुरेश रामचंद्र को 4,99,541 वोट मिले. तीसरे स्थान पर बीएसपी के दिगंबर रामराव राठौर रहे जिन्हें 14,166 वोट मिले थे.

1984 में अनिल बसु पहली बार आरामबाग लोकसभा क्षेत्र से सीपीएम से सांसद बने थे इसके बाद 1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 तक अपनी विजय यात्रा जारी रखी. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के अनिल बसु ने 2004 लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी. उनको 7,44,464 लाख वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के स्वपन कुमार नंदी को 5,92,502 वोट से हराया था. स्वपन कुमार नंदी को 1,51,962 लाख वोट ही मिले थे. 2012 में अनिल बसु को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.

इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव हैं. 1991 में आंध्र प्रदेश के नांदयाल से वो चुनाव लड़े थे. उन्हें 6,26,241 लाख वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के बंगारू लक्ष्मण को 5.8 लाख वोटों से हराया था. बंगारू लक्ष्मण को सिर्फ 45 हजार वोट ही मिले थे. उस दौरान उनकी जीत गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई थी. वो 1991 से 1996 तक प्रधानमंत्री रहे. वो दक्षिण भारत से आने वाले पहले प्रधानमंत्री थे.

भारत के 14वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं. वो 2014 लोकसभा चुनाव में वडोदरा सीट से लड़े थे. उनको 8,45,464 लाख वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस के मधुसुदन मिस्त्री को 5,70, 128 वोटों से हराया था. मधुसुदन मिस्त्री को 2,75,336 मिले थे. बाद में उन्होंने ये सीट छोड़ दी और वाराणसी सीट से चुनाव लड़ा और आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल को हराया था. जिसके बाद वडोदरा में उपचुनाव हुए. जहां बीजेपी के रंजनबेन धनंजय भट्ट ने कांग्रेस के नरेंद्र अंबालाल रावत को हराया था.

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राम विलास पासवान ने 1989 लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी. जनता दल की तरफ से लड़ते हुए उनको 6,15,129 लाख वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस के महाबीर पासवान को 5 लाख वोट से हराया. महाबीर पासवान को 1,10,681 वोट मिले थे. इससे पहले भी वो रिकॉर्ज जीत दर्ज कर चुके हैं. वो 1977 में भारतीय लोक दल के टिकट से लड़े थे और 4.2 लाख वोट से जीत दर्ज की थी. फिलहाल राम विलास पासवान लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष हैं और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं.

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