2000 के नए नोट भी होंगे बंद, मोदी सरकार ने किया इशारा

2000 के नोटनई दिल्ली। केन्द्र सरकार के मुताबिक आज यानी 15 दिसंबर की आधी रात से 500 के पुराने नोट नहीं चलेंगे। लेकिन सरकार के आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांस दास ने 2000 के नोट पर बड़ा बयान दिया है।

उन्होंने कहा है कि 2000 के नोट का इस्तेमाल कम हो रहा है। इसकी वजह से इन नोटों की छपाई पर ध्‍यान भी कम दिया जा रहा है।

आरबीआई 500 के नए नोट छापने पर ध्‍यान दे रहा है। बीते पांच हफ्तों में नोटों की छपाई तीन गुना तक बढ़ाई है। आरबीआई एक साल में इतने नोट छापती है।

जानकार दास के इस बयान को 2000 के नोट बंद करने से जोड़कर भी देख रहे हैं।

दास ने कहा कि अब भी एयरलिफ्टिंग के जरिए कैश पहुंचाया जा रहा है। गांवों पर फोकस ज्यादा है। इसके लिए राज्यों से संपर्क भी किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सिर्फ 500 नहीं बल्कि 100 और 50 के नोटों का प्रोडक्शन भी बढ़ाया गया है। किसानों को बुआई के लिए ऋण देने की प्रोसेस जारी है।

दास ने बताया कि 500 और 2000 के नोट देश में ही डिजाइन किए गए हैं। इनमें सुरक्षा फीचर का भी खास ध्‍यान रखा गया है। इन नोटों की कॉपी आसान नहीं होगी।

दास ने कहा, ‘80 हजार करोड़ के 100 के नोट छापे गए हैं। ताकि छोटे नोटों की कमी न हो। 10-15 दिन में करीब 50 फीसदी सर्कुलेशन में आ जाएंगे।’

उन्होंने कहा कि 2 लाख से ज्यादा एटीएम्स री-कैलिबरेट कर दिए गए हैं। कैश फ्लो बढ़ रहा है। जनता की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी।

30 दिसंबर के बार सरकार क्या कोई नया फैसला लेगी। इस सवाल पर दास ने कहा कि इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है।

उन्होंने 8 नवंबर के बाद हुई छापेमारी में पकड़े गए नोटों के बारे में कहा, ‘हमने नए और पुरानों नोटों का आकड़ा रिजर्व बैंक से क्रॉस चेक करने के लिए कहा है। इसके बाद असल स्थिति साफ होगी।’

2000 के नोट इसलिए हो सकते हैं बंद 

  1. आम जनता के लिए 2000 के नोट के खुले ज्यादा जरूरी हैं।
  2. 2000 के नोट की कॉपी हुई तो इससे अर्थव्यवस्था को पहले से तगड़ी चोट पहुंचेगी।
  3. 2000 के नोट के नकली नोट बनने की खबर भी लोगों के लिए चिंता की वजह बनी हुई है, इस कारण भी लोग 2000 के नोट लेने से बच रहे हैं।
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