
फ्रेंड्स के बीच खुद को कूल दिखाने के लिए लोग अक्सर सिगरेट के धुंए का छल्ला बनाते नजर आते है लेकिन वो भूल जाते है कि धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक है. सिगरेट पीने वालों को अक्सर ये भी लगता है कि सिगरेट पीने से उनकी टेंशन कम हो जाती है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है ये सिर्फ उनका वहम है. बहुत बुरी है. जो एक बार इसकी गिरफ्त में आ जाता है उसके लिए सिगरेट छोड़ना बहुत ही मुश्किल हो जाता है. सिगरेट में फ्लेवर को बढ़ाने के लिए यूरिया का प्रयोग किया जाता है
भारत में हर साल लाखों लोग सिगरेट की वजह से मरते हैं लेकिन फिर भी इसकी डिमांड बढती जा रही है. सिगरेट के डिब्बे पर लिखे कैंसर से उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता. वो अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना बेख़ौफ़ पीते है. सिगरेट पीना इतने ट्रेंड में हो गया है कि इन पर गाने तक बने लगे है.
ये सिगरेट इतनी खतरनाक होती है कि पीने वाला इससे अंदर ही अंदर खोखला होता जाता है और एक समय बाद कैंसर जैसी बीमारी से ग्रसित हो जाता है.
सिगरेट छोड़ना के लिए करें ये उपाय
अगर आप सच में सिगरेट को त्यागना चाहते हैं तो खुद को बार-बार समझाएं कि आप जो काम करने जा रहे हैं वह एक अच्छा काम है.
जब आपको सिगरेट पीने कि तलब लगे तो इलायची या लौंग खा लें या च्युइंगम चबाया करें, जिसमें चीनी न के बराबर हो। जब भी आपको सिगरेट पीने का मन करे आप च्युइंगम को चबाना शुरू कर दें। इससे सिगरेट की तलब कम होगी साथ ही तनाव भी कम होता है।
दिन में कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी पिएं। पानी आपके शरीर सिगरेट पीने की वजह से जमा हुए जहर को निकालने का काम करता है।
जो यूरीन यानी पेशाब का एक इंग्रीडिएंट है। हालांकि, चिंता करने की बात नहीं है क्योंकि सिगरेट कंपनियां अपने कर्मचारियों को तंबाकू के मिश्रण में यूरीन करने के लिए नहीं कहती हैं। उपभोक्ता जिन सिगरेट का सेवन करते हैं, उनमें कार्बनिक यौगिक यूरिया का उपयोग किया जाता है।