हल्दी से करें गुरूवार को पूजन

Lord-Vishnu-chakra-gadaएजेंसी/यूं तो गुरूवार का दिन हर श्रद्धालु के लिए विशेष होता है। श्रद्धालु इस दिन जहां श्री सांई बाबा का पूजन करते हैं तो दूसरी ओर श्रद्धालु अपने गुरू को भी इस दिन याद करते हैं। श्री गुरूदेव दत्त, श्री सांई बाबा, श्री गजानन महाराज को श्रद्धालुओं द्वारा गुरू के तौर पर माना जाता है। सभी इनका पूजन करते हैं।

भगवान बृहस्पति जी के पूजन का विधान गुरूवार को ही है। दरअसल श्री बृहस्पति को देवगुरू का दर्जा दिया जाता है। ये शिक्षा और बुद्धि के देवता हैं। श्री बृहस्पति देव का पूजन करने से धन, विद्या, पुत्र और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। परिवार में शांति का समावेश भी होता है। इस दिन भगवान श्री बृहस्पति के पूजन का विशेष विधान है।

देवगुरू को प्रसन्न करने के लिए पीेले धान्य, पीले वस्त्र या परिधान का दान विशेष फलदायी होता है। इस दिन यदि व्रत किया जाए और पीेली वस्तु का सेवन किया जाए तो यह बहुत उपयोगी होता है। इस दिन यदि केले के पौधे या पेड़ का पूजन किया जाए तो भी यह बेहद उपयोगी होता है।

केले को पानी देने पर शीघ्र विवाह होता है। यदि बृहस्पति देव का पूजन नियमितरूप से पांच गुरूवार तक किया जाए तो यह बेहद शुभफलदायी होता है। यदि इस दिन बेसन के लड्डू बना लिए जाए और उसका भोग लगाया जाए तो यह बेहद उत्तम होता है। इस दिन शिव परिवार का पूजन भी उत्तम होता है।

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