बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला पर बढ़ा इस्तीफे का दबाव, लड़की के IAS पिता बोले – नहीं हटूंगा पीछे
चंडीगढ़। हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला को पार्टी के कई नामी नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है। सुभाष बराला के बेटे को आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा करने के आरोप में पहले गिरफ्तार किया और फिर कुछ ही देर में बेल पर छोड़ दिया गया। इस घटना की पूरे देश में निंदा की गई, जिसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने बराला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस घटना की वजह से बीजेपी के अंदर गतिरोध की स्थिति बन गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बेटे पर IAS की बेटी ने दर्ज कराया मुकदमा, कहा- पुलिस न आती तो…
मामले में कुरूक्षेत्र के बीजेपी सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि किसी का अपहरण करने की कोशिश करना गंभीर अपराध है। इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 90 फीसदी लड़कियां ऐसे मामले में सामने नहीं आती। इसलिए इस लड़की ने बहुत हिम्मत दिखाई है।
वहीँ भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि वो नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा कर अपहरण करने की कोशिश करने के मामले में जनहित याचिका दाखिल करेंगे।
स्वामी ने कहा पुलिस ने इस मामले में उलटा ही काम किया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ जमानती मामले दर्ज किए और उन्हें जाने दिया।
उन्होंने कहा मैं यह जनहित याचिका क्यों दाखिल करने जा रहा हूं, तो इसका जवाब यह है कि यह महिला अधिकारों और महिला सुरक्षा की बात है।
वहीँ अंग्रेजी न्यूज चैनल सीएनएन से बात करते हुए हरियाणा इकाई के बीजेपी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने कहा कि वो लड़की इतनी रात में क्यों घूम रही थी। लड़की को 12 बजे के बाद बाहर नहीं घूमना चाहिए था।
बीजेपी उपाध्यक्ष ने ये भी कहा कि माहौल सही नहीं है , हमें अपनी रक्षा स्वयं करनी पड़ती है, लड़की को इतनी रात में ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए थी।
इसके बाद सीएनएन की वरिष्ठ पत्रकार और एंकर पल्लवी घोष ने बीजेपी उपाध्यक्ष के इस विवादास्पद बयान को ट्विटर शेयर कर दिया। इस ट्वीट पर यूज़र्स ने रामवीर भट्टी की खूब फजीहत की।
मामले में आईएएस की बेटी वर्णिका कुंडू के खुलकर सामने आने के बाद उसके पिता आईएएस अफसर वीरेंद्र कुंडू ने भी अपना पक्ष रखा है।
आईएएस अफसर ने बेटी की बहादुरी की तारीफ करते हुए लिखा न झुकूंगा और न ही इस लड़ाई में पीछे हटूंगा तथा आखिरी तक लड़ाई लड़ता रहूंगा।
आईएएस अधिकारी ने अपनी FB पोस्ट में लिखा- मुझे पता है कि इस फैसले के बाद तुम्हें जो तकलीफें और मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी, वह मेरी तकलीफों से कई गुना ज्यादा होंगी।
उन्होंने लिखा- हम जांच या अभियोजन में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, जैसा कि हम चाहते हैं कि अभियुक्त किसी भी तरह से जांच को प्रभावित न करें। पुलिस और अभियोजन अपना काम करेंगे।
हम उसी समय जांच से जुड़ेगे जब पुलिस की ओर से हमें बुलाया जाएगा। हम इस मामले को कोर्ट में भी ले जाएंगे अगर हमें लगा कि आरोपियों पर लगी धाराओं को कम अथवा हटाया जा रहा है।
उन्होंने लिखा दोनों दोषी व्यस्क हैं और लॉ के स्टूडेंट हैं। उन्हें अपने द्वारा की गई हरकत का परिणाम अच्छे से पता था और इसलिए उन्हें उचित रूप से दंडित किया जाना चाहिए। हम चाहते हैं कि उन्हें उस अपराध के लिए सजा मिले जो उन्होंने किया है।
बता दें कि जब मीडिया ने पीड़िता को चेहरा ढंक कर बयान देने के लिए कहा तो, उनका जवाब था कि वो अपना मुंह क्यों छिपाए? उन्होंने कहा चेहरा तो उन्हें छिपाना चाहिए, जिन्होंने ये हरकत की है।
इसके बाद पीड़िता ने बिना चेहरा ढंके मीडिया को बयान दिया।
मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय मामले को कमजोर कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बेटे को बचाने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे ने चार अगस्त की रात अपने एक साथी आशीष कुमार के साथ कथित तौर पर हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव वी. एस. कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू का कार में सात किलोमीटर तक पीछा किया।
वर्णिका चंडीगढ़ से सटे पंचकुला की ओर जा रही थीं, इस बीच सेक्टर सात से टाटा सफारी स्टॉर्म एसयूवी में सवार विकास और आशीष ने उनका पीछा करना शुरू किया।
चंडीगढ़ पुलिस ने पांच अगस्त को हाउजिंग बोर्ड चौराहे से विकास और आशीष को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, हालांकि दोनों आरोपियों को उसी दिन जमानत मिल गई।
चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार को कहा है कि जिस मार्ग पर वर्णिका का पीछा किया गया, उस पर लगे सभी नौ सीसीटीवी कैमरे बेकार पड़े हैं, जिसके चलते वे घटना का सीसीटीवी फुटेज हासिल नहीं कर सके हैं।