हमदर्दी जताकर ये आदमी करता था मासूम बच्चियों से हैवानियत, पुलिस ने खुलासा कर लिया हिरासत में !

रिपोर्ट – लोकेश टण्डन

मेरठ : आपने निठारी कांड तो सुना ही होगा । निठारी कांड को अभी लोग भूल भी नहीं पाए कि मेरठ में एक ऐसा ही कांड सामने आया है।

दोनों में फर्क सिर्फ इतना है कि निठारी कांड में तो सुरेंद्र कोली छोटे बच्चों का यौन शोषण करने के बाद उनकी हत्या कर दिया करता था लेकिन मेरठ में हुए इस कांड में एक एलआईसी से रिटायर अधिकारी ने छोटे बच्चों का यौन शोषण किया और उनकी वीडियो को भी ऑनलाइन अपलोड कर दिया ।

यह हम नहीं कह रहे यह बयान कह रहे हैं | यह हैवान इन छोटे बच्चों के साथ बहुत ही घिनौनी हैवानियत कर रहा था ।

यह पूरा मामला यहां लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया । बताया जा रहा है यह सभी कैमरे ऑनलाइन किए हुए हैं जिससे इस हैवान की पोल खुली और अब इस हैवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में जुट गई है।

दरअसल, मेरठ के मेडिकल थानाक्षेत्र की पॉश कालोनी में एक बीमा कंपनी से रिटायर्ड कर्मचारी की बच्चियों के साथ रूह कंपा देने वाली घिनौनी हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है ।

बताया जाता है कि परवरिश के नाम पर पूरा खर्चा देने का लालच देकर यह व्यक्ति मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी करता है ।

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यह शख्स कई महीने से अपने ही घर में बच्चियों के साथ बेहद घृणित तरीके से यौन शोषण कर रहा है । मेरठ क्राइम ब्रांच ने आरोपी विमल को हिरासत में ले लिया है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है ।

बता दें कि पॉश कॉलोनी में बीमा कंपनी से रिटायर्ड कर्मचारी विमल का आलीशान मकान है। इस शख्स के ही घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने इसकी हैवानियत की पोल खोल दी। लगभग 65 वर्षीय ये शख्स खुद को सामाजिक व्यक्ति बताकर लोगों से हमदर्दी जताकर उनकी मासूम, भोली-भाली बेटियों को बहला-फुसलाकर अपना शिकार बनाता है।

पुलिस ने आरोपी शख्स विमल चंद को सेक्टर 6 जागृति विहार उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया । पुलिस आरोपी से मामले में सच्चाई उगलवाने में लगी है। पुलिस ने बच्चियों के परिजनों से भी मामले में पूछताछ की है।

वहीं मामले में आरोपी के घर के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि मकान के भीतर अक्सर लड़कियां आती जाती थीं, लेकिन भीतर क्या काम हो रहा है इस बारे में उन्होंने अनिभिज्ञता जताई है ।

वहीं इस मामले में मेडिकल थाना पुलिस पर शक की सुई उस वक्त टिकती दिखाई दी जब पुलिस का एक ऑडियो सामने आया और उस ऑडियो में खुद को थाना मेडिकल एसओ बताकर सीसीटीवी कैमरे मैकेनिक को डांटते हुए धमकी दी गई।

क्योंकि ये पूरा मामला इसी मैकेनिक की वजह से उजागर हुआ है, लेकिन अगर पुलिस ही इस तरह आवाज उठाने वालों को धमकी देकर दबाने की कोशिश करेगी तो कैसे कोई पुलिस पर यकीन कर पायेगा।

लेकिन अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस के हाथ और क्या क्या लगता है । और इस मामले में किस किस की गिरफ्तारी होती है |

 

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