सड़क के किनारे झाड़ियों में मिली लावारिश नवजात बालिका, अस्पताल में कराया भर्ती

जाको राखे साइयां उसे मार सके ना कोई यह कहावत उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में चरितार्थ होते नजर आई जब पता नहीं कौन सी मजबूरी में एक मां को निर्मोही होकर अपने जिगर के टुकड़े को खेत में फेंकना पड़ा।

वह तो नवजात  बालिका की किस्मत अच्छी थी क्योंकि उसके रोने की आवाज सुनकर उधर से निकल रहे एक महिला की नजर उस पर पड़ गई और उसने आनन फानन में पुलिस को सूचना देकर नवजात बालिका को अस्पताल में भर्ती कराया। जहा पर बालिका का उपचार किया जा रहा है।

लावारिश बच्ची

एक महिला की गोद से लेकर हरदोई के जिला महिला चिकित्सालय  के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती यह नवजात   बालिका कोतवाली शाहाबाद में एक शाहाबाद पाली रोड पर सड़क के किनारे खेत में झाड़ियों में पड़ी थी। झाड़ियों में इसे इसकी मां ने की किसी वजह से मरने के लिए फेका होगा।

अब यह निर्मोही माँ ही जाने कि उसने किस हालातों में अपने जिगर के टुकड़े से मुंह मोड़ा। वह तो इस नवजात बालिका की किस्मत अच्छी थी कि इसके रोने की आवाज गांव की एक महिला के कान में पड़ गई। 

लगातार बच्चे के रोने की आवाज सुनकर जब उसने इधर उधर खोजा तो खेत में उसे एक कपड़े में लिपटा हुआ यह नवजात बालिका नजर आई।

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 बालिका की हालत बहुत खराब थी इसलिए उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी और इसे महिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया जहां इसे एसएनसीयू वार्ड में वेंटीलेटर पर रखा गया है।

 महज कुछ घंटे पहले ही इस दुनिया में आए नवजात बालिका को किसने मरने के लिए फेंका इसका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। 

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