जानिए…भोजन के बाद सौंफ, इलायची खाने के फायदे

स्‍वस्‍थ शरीरस्‍वस्‍थ शरीर के लिए सही पाचन क्रिया का होना बेहद आवश्यक है। पाचन तंत्र में कोई गड़बड़ी होती है तो शरीर में कई तरह की समस्‍याएं सामने आने लगती हैं। कुछ घरेलु नुस्खों को अपनाकर पेट को गैस और अपच से छुटकारा पाया जा सकता हैं। खाना खाने के बाद कुछ चीजों के सेवन से पाचन में काफी सहायता मिलती है। साथ ही साथ यह माउथ फ्रेशनर का भी काम करता है।

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आईए जानते है इनके बारे में:-

  1. कब्‍ज की समस्‍या होने पर सौंफ का सेवन करें। सौंफ का सेवन पाचन और कब्‍ज से निजात दिलाने में काफी मददगार है।
  2. खाना खाने के बाद सौंफ का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। साथ ही इसके रासायनिक गुण की वजह अंदरुनी जलन में भी राहत मिलती है। अगर आपको लगातार उल्टी जैसा महसूस हो रहा हो तो भी आप सौंफ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  3. सौंफ का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है। रेस्तरां और दूसरी जगहों पर खाने के बाद सौंफ दिया जाता है। घरों में इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से मसाले के तौर पर किया जाता है। सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
  4. सौंफ खाने से आंखों की ज्योति भी बेहतर होती है। आप चाहें तो इसे मिश्री के साथ भी ले सकते हैं।
  5. मुंह से हमेशा बदबू आती रहती है तो आप सौंफ व इलायची का ज्यादा इस्तेमाल करें।
  6. खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है। अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ चबाएं।
  7. इलायची के रासायनिक गुण शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल और दूसरे विषैले तत्वों को दूर करने का भी काम करता है। इससे रक्त भी साफ होता है।स्‍वस्‍थ शरीर
  8. कफ की समस्‍या होने पर अदरक युक्‍त चाय पिएं। इसका सेवन करने से ठंड की वजह से गले में खराश और कफ की समस्‍या से निजात मिलती है।
  9. पान के पत्‍तों में कई ऐसे यौगिक होते हैं जो सांसों में बदबू को खत्म करता है। इसके अलावा पान में लौंग, सौंफ, इलायची जैसे विभिन्न मसाले मिलने से ये एक बेहतरीन माउथ-फ्रेशर भी बन जाता है।
  10. अगर आपको मसूड़ों में गांठ, सूजन जा फिर खून आ रहा हो तो इसके लिए पान के पत्‍तों को पानी में उबालकर उन्‍हें मैश कर लें। इन्‍हें मसूड़ों पर लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
  11. पान के पत्‍ते के रस को गैस्‍ट्रोप्रोटेक्टिव गतिविधी के लिए भी जाना जाता है जिससे गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद मिलती है।
  12. इसका आयुर्वेद में बाल तोड़ फोड़े-फुंसी के इलाज के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है। पान के पत्‍ते गरम करके उसमें आरंडी का तेल लगाकर फोड़े पर लगाने से आराम मिलता है।
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