सुषमा स्वराज के निधन से शोक में डूबा जौनपुर का ये परिवार, जानिए क्या है कारण
REPORT- RAJ SAINI/ JAUNPUR
पूर्व केद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से एक तरफ पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है, तो वही जौनपुर जिले के एक परिवार पर तो मानो गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस परिवार का सुषमा जी से न तो कोई खून का रिश्ता था न ही करीबी नाते रिश्तेदारी थी।
अगर कोई रिश्ता था वह सुषमा जी के मानवीय संवेदना और प्रबंल इच्छा शक्ति का। सुषमा की इसी खासियत के बदौलत सऊदी अरब में फंसे इस परिवार का एक बेटा सकुशल भारत वापस आया था। आज वह अपने परिवार के साथ मजे में है।
शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के अबीरगढ़ टोला निवासी केदारनाथ सेठ का पुत्र आकाश सेठ दस सितम्बर 2015 को रोजी रोटी कमाने के गरज से सात समुंदर पार सऊदी अरब के अलबाह जिले में गया था।
ऐजेंटो ने उसे मैकेनिक का बीजा देकर वहां भेजा था लेकिन सऊदी अरब पहुंचने पर उसे ईट भठ्ठे पर काम पर लगा दिया। कड़ी मेहनत वाला कार्य मिलने से आकाश के पैरो तल जमीन खिसक गयी।
यह बात जब उसके पिता केदारनाथ और माता सोना देवी को पता चला तो कोहराम मच गया। इस तरफ मां पिता अपने बेटे की वतन वापसी को प्रयास करने लगे उधर सरहद पार बेटा यातनाएं सहते हुए किसी तरह से एक एक पल व्यतित कर रहा था।
भारतीय दूतावास से सम्पर्क करने के बाद भी कोई राहत नही मिला तो आकाश ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखा। चिठ्ठी मिलते ही सुषमा ने सऊदी सरकार को आकाश को जल्द से जल्द सकुशल भारत भेजने का पत्र भेजा।
जिसका परिणाम रहा कि 2016 के नये वर्ष के पहले दिन आकाश के मां बात को जिन्दगी का सबसे बड़ उपहार मिल गया। आकाश एक जनवरी को 2016 को अपने वतन आ गया।
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उसके बाद से वह अपने परिवार के साथ हंसी खुशी जीवन व्यतित कर रहा है। मंगलवार की रात जब न्यूज चैनलो पर सुषमा जी के निधन की खबर प्रसारित होने लगी तो इस परिवार में कोहराम मच गया।
आकाश और उसके मां पिता समेत पूरा परिवार शोक में डूब गया है। मां सोना देवी के आंखो से आशू रूक ही नही रहा है। पूरा परिवार सुषमा जी द्वारा किये गये उपकार की चर्चा करते हुए कह रहे है कि हम लोगो को विश्वास ही नही हो रहा है कि आज एक अच्छी नेता हमारे बीच नही रही है।