सुबह के तीन बजे लगी कोर्ट,सवा पांच बजे जेल भेज दिए गए आरोपी,जानें पूरी खबर…

मुरादाबाद। कोरोना वायरस को लेकर पुलिस प्रशासन और चिकित्सक कर्मी दिन -रात एक करके मेहनत कर रहे हैं आम जनता के लिए, तो वही लोग इन्ही पर पत्थर बरसाने का काम कर रहे हैं।चिकित्सकों और पुलिसकर्मियों की टीम पर ताबड़तोड़ पत्थर बरसाने के आरोपी 17 पत्थरबाजों के  लिए अल सुबह तीन बजे अदालत बैठी।

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव

सुनवाई हुई और अदालत ने इन सभी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। सुबह सवा पांच बजे इन सभी को जेल की सलाखों के  पीछे पहुंचा दिया गया। इस काम में पुलिस व प्रशासनिक अमला रात भर जुटा रहा। ऐसा कम ही देखने में आता है कि इतनी सुबह अदालत किसी मामले को सुने। पर यह मामला था ही इतना गंभीर। नवाबपुरा में चिकित्सीय व पुलिस टीम  पर पत्थर बरसाने के आरोपी 17 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और तत्काल इन्हें कोर्ट में पेश करने की गुजारिश की। अदालत ने भी मामले की नजाकत को समझा और सुबह तीन बजे रिमांड मजिस्ट्रेट ने अपने घर पर ही इस मामले की सुनवाई की।

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अदालत ने सात महिलाओं समेत इन सभी 17 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। पुलिस ने सक्रियता दिखाई और सुबह सवा पांच बजे इन सभी आरोपियों को जेल पहुंचा दिया।गौरतलब है कि थाना नागफनी के मुहल्ला नवाबपुरा में बुधवार को चिकित्सकीय एवं पुलिस टीम पर उस समय जमकर पथराव हुआ जब यह टीम यहां लोगों को क्वारंटीन करने के लिए लेने गई थी। इसी मुहल्ले के एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो चुकी है और उसी के संपर्क के लोगों को क्वारंटीन किया जाना था। इस पथराव में एक डॉक्टर,फार्मेसिस्ट समेत छह स्वास्थ्य कर्मी घायल हो गए और पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। फायरिंग भी हुई। डीएम, एसएसपी को मौके पर जाकर जूझना पड़ा।

पूरी रात जागे, सुबह छह बजे सोये डीएम, एसएसपी
इस पूरे प्रकरण पर डीएम राकेश कुमार सिंह एवं एसएसपी अमित पाठक ने पैनी निगाह बनाए रखी। इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी से लेकर इनकी अदालत में पेशी और जेल जाने की प्रक्रिया के बाद ही अधिकारियों को चैन आया। अन्य अधिकारियों के साथ ही ये दोनों भी पूरी रात जागे और जब आरोपी जेल चले गए तब सुबह साढ़े पांच बजे ये दोनों सोने के लिए गए।

कहीं थाने पर न उमड़ जाए हुजूम, इसलिए बरती सावधानी
इस प्रकरण में पुलिस ने फूंक-फूंक कर कदम रखा। चूंकि थाना नागफनी से चंद कदम की दूरी पर ही यह बवाल हुआ था और सारे आरोपी भी थाना नागफनी पर ही थे, इसलिए पुलिस को यह आशंका थी कि सुबह होते ही थाने पर भीड़ न उमड़ आए। कहीं मामला बिगड़ न जाए और भीड़ बेकाबू न हो जाए। इस तरह का इनपुट भी पुलिस को मिल रहा था। ऐसे में पुलिस ने इस कदर सावधानी बरती कि दिन निकलने से पहले ही पकड़े गए सारे आरोपी जेल जा चुके थे।

जेल में किए गए क्वारंटीन
सभी 17 आरोपियों को जेल में भी क्वारंटीन किया गया है। चूंकि ये सभी उस मुहल्ले से आए हैं जो हॉट स्पॉट है और वहां एक कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि इन सभी को जेल में ही अलग रखा गया है।

 

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