सीतापुर में प्रदूषण और गंदगी से लोगो का हाल – बेहाल…
REPORTER-समी अहमद
PLACE-सीतापुर,यूपी
एक तरफ जहां दिल्ली एनसीआर जैसे राज्यों में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार काफी गंभीर है और इसको लेकर तरह-तरह के कवायद और लोगों को जागरूक करने के लिए प्रयास कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ यूपी के सीतापुर में नगर पालिका प्रशासन के द्वारा शहर से सटे कनवाखेड़ा मार्ग पर कूड़े का डंपिंग जोन बनाया गया है।
जहां इस कूड़े के डंपिंग जोन से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा नगर पालिका के कर्मचारियों के द्वारा शाम होते ही कूड़े में आग लगा दी जाती है। जिससे उठने वाला धुआं लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहा है लेकिन जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
इलाज को तरसते मरीज ,मारवाड़ जंक्शन के अस्पताल की हालत खराब…
आपको बताते चलें कि एक तरफ सरकार किसानों के पराली जलाने के पर प्रतिबंध लगा रही है और पराली जलाने वाले किसानों के ऊपर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है ताकि किसान अपने खेतों में पराली न जाए जलाएं जिससे प्रदूषण कम हो सके। तो वहीं दूसरी तरफ सीतापुर का नगर पालिका प्रशासन पूरी तरीके से सरकार के आदेशो की धज्जियां उड़ा रहा है। शहर में जगह जगह पर कूड़ा इकट्ठा करने के लिए रखे गए कूड़ेदान में कभी दिन में कभी रात में नगरपालिका कर्मचारियों के द्वारा आग लगा दी जाती है।
जिससे उठने वाला धुआं लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर रहा है। इतना ही नहीं शहर से सटे हुए कनवा खेड़ा मार्ग पर सड़क के किनारे नगर पालिका के द्वारा कूड़े का डंपिंग जोन बनाया गया है।
वहीं लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। आपको बता दें जहां पर कूड़े का डंपिंग जोन बनाया गया है ठीक उसी के सामने महर्षि वाल्मीकि का आश्रम है जहां पर दूर-दराज से लोग पूजा अर्चना करने आते हैं तो वहीं दूसरी तरफ सीतापुर का शिक्षण संस्थान होने की वजह से मार्ग से निकलने वाले छात्र छात्राओं को कूड़े से उठ रहे धुएं से काफी दिक्कतें हो रही है ।
दरअसल जब लाइव टुडे की टीम ने स्थानीय लोगों से बात की तो उनका कहना है कि नगर पालिका के द्वारा सड़क के किनारे कूड़े को डंप किया जा रहा है। दिन कूड़ा यहां पर डंप किया जाता है और उसके बाद में रात में इस में आग लगा दी जाती है इससे उठने वाला धुआं लोगों के स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर डाल रहा है।
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कई बार हम लोगों ने इसकी शिकायत भी की है लेकिन इस समस्या का हल नहीं निकल रहा है। वहीं इसकी स्कूली छात्रों का कहना है कि हम लोग जब स्कूल जाते हैं तो हम लोगों को काफी दिक्कतें होती है कूड़े से उठने वाला धुआं काफी दिक्कतें खड़ी कर रहा है।
इसके अलावा जानवर भी कूड़े में पड़े प्लास्टिक को खा रहे हैं जिससे उनको भी काफी नुकसान पहुंच रहा है लेकिन जिला प्रशासन पूरी तरीके से मौन है और इस पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। स्थानीय लोगों की मांग है कि जिला प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि शहर की गंदगी और प्रदूषण कम हो सके।