सियाचिन में तैनात सैनिक अब नहाने के लिए करेंगे इस अनोखी चीज का इस्तेमाल, जानें क्या है खास…

दुनिया की सबसे ऊंची रणभूमि सियाचिन के बारे में तो आपने सुना ही होगा। इस भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास इस कदर ठंड पड़ती है जिसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते हैं।

जहां सर्दी का मौसम शुरू होते ही हम गर्म पानी में नहाने लगते हैं ऐसे में अब सवाल यह आता है कि सियाचिन में कड़ाके की सर्दी में भारतीय जवान कैसे खुद को साफ रखते हैं या नहाते हैं?

सियाचिन में तैनात सैनिक अब नहाने के लिए करेंगे इस अनोखी चीज का इस्तेमाल

हमारी रक्षा के लिए यहां बॉर्डर पर तैनात भारत के बहादुर जवानों को एक बार नहाने के लिए 90 दिनों तक इंतजार करना पड़ता है, लेकिन अब एडीबी (आर्मी डिजाइन ब्‍यूरो) द्वारा बनाए गए पानी रहित ‘बॉडी वॉश’ से वे अब खुद को कभी भी साफ कर सकते हैं और ठंड से भी बच सकते हैं।

पानी रहित इस उत्पाद को यूज करने के बाद उन्हें बिल्कुल वैसा ही महसूस होगा जैसा कि नहाने के बाद होता है। इन दिनों सियाचिन ग्लेशियर का तापमान -19 से -28 डिग्री तक पहुंच जाता है।

यह ठंड इंसान का खून तक जमा सकती हैं। ऐसे में नहाने की बात न ही करें तो बेहतर है, लेकिन एडीबी द्वारा बनाए गए इस बॉडी वॉश का इस्तेमाल कर अब सैनिक हफ्ते में कम-से-कम दो बार नहा सकेंगे।

यहां तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, हर रोज बर्फ को पिघलाकर पानी गर्म करने में ईंधन की काफी खपत होती थी। ऐसे में इस तरह के किसी प्रोडॉक्ट की जरुरत काफी लंबे समय से थी और अब यह कमी पूरी होने जा रही है।

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आपको बता दें, एडीबी (आर्मी डिजाइन ब्‍यूरो) ने इस पानी रहित ‘बॉडी वॉश’ को बनाया है। साल 2016 से इस पर काम शुरू किया गया था। एडीबी आर्मी और प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर सैन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए शोध एवं विकास कार्यों को अंजाम देती है।

वहीं, दिल्ली आईआईटी ने इस हाइजीन उत्पाद को तैयार किया है। इसके साथ ही इस नए प्रोडक्ट का परीक्षण ईस्टर्न कमांड ने किया है जो कोलकाता में है। ईस्टर्न कमांड पर चीन से सटे बॉर्डर के सुरक्षा की जिम्मेदारी है।

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