सिंधु जल समझौता तोड़ना मुश्किल, भारत के खिलाफ खड़ा होगा एक और दुश्मन देश  

सिंधु जल समझौतानई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उरी आर्मी बेस पर हमले के बाद से भारत अब पाकिस्तान को घेरने में लगा है। भारत ने पाकिस्तान पर दबाव डालने के लिए पिछले दिनों सिंधु जल समझौता तो तोड़ने की बात से इनकार नहीं किया था। पर ऐसा करना इतना आसान नहीं होगा। भारत और पाकिस्तान के अलावा इस समझौते के दूसरे हिस्सेदार भी हैं। यदि भारत कोई एकतरफा फैसला लेता है तो इससे दूसरे पड़ोसी मुल्क चीन, नेपाल और बांग्लादेश के साथ रिश्ते खराब हो सकते हैं।

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भारत ने सिंधु जल समझौते के जैसा ही एक प्रस्ताव चीन को भी दिया है। इस प्रस्ताव में चीन ऊपरी नदी तट राज्य जबकि भारत निचला नदी तट राज्य है। निचले नदी तट राज्य के रूप में भारत चीन के साथ जल समझौता सुनिश्चित करना चाहता है। इस मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ऐसी स्थिति में भारत सिंधु जल समझौते के निचले नदी तट राज्य पाकिस्तान के खिलाफ एकतरफा कदम उठाने के बारे में नहीं सोच सकता है।

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बता दें कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को तोड़ता है तो सबसे ज्यादा तकलीफ चीन की तरफ से हो सकती है। चीन को लेकर ज्यादा डर इसलिए भी है क्योंकि पहले भी यह मुल्क अपने हाइड्रोप्रॉजेक्ट्स की जानकारी भारत के साथ साझा करने से इनकार कर चुका है। जब कभी जानकारी दी भी है, तो गलत दी है।

 

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