बीजेपी पर समाज में बटवारे का आरोप लगाते हुए सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी से दिया इस्तीफा

बहराइच। अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाली बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने बीजेपी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। यूपी के बहराइच से सांसद फुले ने इस्तीफा देने के साथ ही बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला। उन्होंने बीजेपी आरोप लगाया कि ये सरकार समाज में बंटवारे की साजिश कर रही है।

इससे पहले भी वो निरंतर राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधती रहीं हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर को मंदिर न बता देश के तीन प्रतिशत ब्राह्मणों की कमाई का धंधा करार दिया था। इससे पहले उन्होंने भगवान राम को शक्तिहीन बताते हुए कहा था कि अगर उनमें शक्ति होती तो अयोध्या में राम मंदिर बन जाता।

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एक अन्य बयान में सांसद ने कहा था कि भगवान हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे। फूले ने भगवान राम को मनुवादी बताया और कहा कि अगर हनुमान दलित नहीं थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया? उन्हें बंदर क्यों बनाया गया? उनका मुंह क्यों काला किया गया…?

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इससे पहले आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए फुले ने कहा था कि वह बीजेपी की नहीं बल्कि दलित की बेटी हैं। उन्होंने कहा था कि आरक्षण खत्म होने की साजिश चल रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि मैं सांसद नहीं बनती अगर बहराइच की सीट सुरक्षित नहीं होती। बीजेपी की मजबूरी थी कि उन्हें जिताऊ उम्मीदवार चाहिए था तो मुझे टिकट दिया गया। मैं उनकी गुलाम नहीं हूं। अगर सांसद होकर भी अपने लोगों की बात न कर सकूं तो क्या फायदा?’

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