सरकार के लिए गैर है गैरसैण – शीतकालीन सत्र

देहरादून
REPORTER-SURENDRA DHAKA

उत्तराखंड में अगले महीने 4 दिसंबर को विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। पहले इस सत्र को गैरसैण में कराये जाने की चर्चा थी लेकिन सरकार ने ये साफ़ किया कि सत्र राजधानी देहरादून में ही चलाया जाएगा। लेकिन इस मुद्दे पर कांग्रेस मौजूदा सरकार पर गैरसैण की अनदेखी का आरोप लगा रही है। कांग्रेस कहती है कि सरकार के लिए गैर है गैरसैण हैं।

 

 

 

उत्तराखंड की राजनीति में गैरसैण का मुद्दा हमेशा से उठाया जाता रहा हैं। जहां पिछले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गैरसैण में एक सत्र भी चलाया गया हैं।

महाराष्ट्र लाइवः शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने ली मंत्री पद की शपथ

जबकि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में भी गैरसैण में पिछले साल ही शीतकाल सत्र चलाया गया था। वहीं दोनों ही बार सत्र चलाने का मकसद पहाड़ो पर शीतकाल में विपरीत हालात में स्थिरता बनाये रखना था। इस बार भी शीतकाल सत्र को गैरसैण में चलाये जाने पर विचार किया जा रहा था लेकिन इस समय पहाड़ो पर बर्फ़बारी शुरू हो गई जिसके कारण सरकार इस सत्र को राजधानी में आहूत क्र रही है।

लेकिन सरकार के इस फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में हर बार मौसम इतना ही ठंडा होता है और क्योकि सरकार के लिए गैरसैण का मुद्दा केवल मुद्दा ही था इसलिए सरकार गैरसैण में सत्र नहीं चलाना चाहती हैं।

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री की चुटकी के बाद सरकार ने भी इस पर पलटवार किया गया हैं। सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने इस पर कहा है कि कांग्रेस को हमें नसीहत नहीं देना चाहिए और अगर कांग्रेस की सरकार को गैरसैण की इतनी ही चिंता थी तो क्यों नहीं अपने कार्यकाल के दौरान इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया हैं।

LIVE TV