सरकार कर रही हैं LIC को शेयर बाज़ार में उतारने की तैयारी , बनेगी नंबर एक कंपनी…

आज के समय में भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी को सरकार शेयर बाजार में उतारने की तैयारी में जुट गयी है. वहीं वित्त वर्ष में अपने विनिवेश कार्यक्रम को तेज करने भारी रकम जुटाने की तैयारी में हैं.

 

 

बतादें की एलआईसी को यदि स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया गया तो यह बाजार मूल्य के हिसाब से आसानी से देश की नंबर एक सूचीबद्ध कंपनी बन सकती है और मौजूदा दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़ देगी.

 

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ख़बरों के मुताबिक असल में एलआईसी का पूंजीगत आधार सिर्फ 5 करोड़ रुपये का है, लेकिन इसका वित्त वर्ष 2017-18 में मुनाफा या वैल्युएशन सरप्लस 48,436 करोड़ रुपये का था और एसेट अंडर मैनेजमेंट 31.11 लाख करोड़ रुपये का था.

लेकिन इसकी वजह से एलआईसी का आईपीओ काफी प्रीमियम पर लिस्टेड होगा. इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि यह प्रक्रिया अभी शुरुआती चरण में है और सरकार के उच्च अधिकारियों में इसको लेकर चर्चा हुई है. प्रस्ताव यह है कि सरकार नियंत्रित इस संस्था का पहले आईपीओ लाकर थोड़ा हिस्सा बेचा जाए और बाद में सरकार की हिस्सेदारी बेची जाए.

सरकार ने बजट में यह घोषणा की है कि सूचीबद्ध कंपनियों में पब्लिक होल्ड‍िंग कम से कम 35 फीसदी करनी होगी. इसके पहले सरकार दो साल पहले जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन और न्यू इंडिया एश्योरेंस का आईपीओ लाकर शेयर बाजार में सूचीबद्ध कर चुकी है.

लेकिन जब किसी कंपनी को पहली बार शेयर बाजार में लिस्टेड किया जाता है तो उसके लिए इनीशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ जारी किया जाता है. एलआईसी को शेयर बाजार में लाने के लिए सबसे पहले एलआईसी एक्ट में बदलाव करना होगा.

दरअसल सरकार शेयर बाजार में उतारने से शायद इस वजह से हिचकती रही है, क्योंकि अभी तक शेयर बाजार में सरकारी कंपनियों को उबारने में एलआईसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. असल में जब किसी सरकारी कंपनी के शेयरों में बिकवाली की वजह से ज्यादा गिरावट आती है, या खरीदार कम रहते हैं तो अक्सर यह देखा गया कि एलआईसी इन कंपनियों के शेयर खरीद लेती है, जिससे उन्हें सहारा मिल जाता है.

वहीं एलआईसी के पास लाखों करोड़ रुपये की नकदी है जिसका वह कई साधनों में निवेश करती है. एलआईसी ने डिबेंचर और बॉन्ड में करीब 4,34,959 करोड़ रुपये और कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 3,76,097 करोड़ रुपये का निवेश कर रखा है. साल 2018-19 में एलआईसी को शेयर बाजार में निवेश से 23,621 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल हुआ है. कंपनी ने इस दौरान शेयर बाजार में 68,621 करोड़ रुपये का निवेश किया था.

एलआईसी फिलहाल भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के रेगुलेशन के तहत आता है, हालांकि इसका संचालन 1956 के एलआईसी एक्ट के तहत होता है. इसकी शेयर बाजार में लिस्ट‍िंग से पहले सरकार को इस एक्ट में बदलाव करना होगा.

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