संत रामपाल को कोर्ट ने दिया बड़ा झटका, दो मामलों में किया बरी लेकिन जेल में ही कटेगी जिंदगी
हिसार। एक तरफ जहां डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत राम रहीम को कोर्ट ने उनके किए की सजा सुनाई है जिसमें उन्हें 20 साल की सजा देते हुए 30 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उनके खिलाफ चल रहे दो मामलों में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए बरी कर दिया है। रामपाल पर चल रहे इन केसों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई है।
बता दें कि संत रामपाल के खिलाफ एफआईआर नंबर 426 और 427 पर दो मामले दर्ज हैं जिसमें जज मुकेश कुमार सुनवाई कर रहे थे। इस फैसले को लेकर हिसार में धारा 144 लगाई गई थी। वहीं बीते बुधवार को रामपाल पर दर्ज एफआईआर नंबर 201, 426, 427 और 443 के तहत उनकी पेशी हुई थी। हालाकि इस फैसले के दौरान रामपाल हिसार सेंट्रल जेल नंबर-1 में ही मौजूद थे।
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क्या था मामला
साल 2014 में हिसार के सतलोक आश्रम में हिंसा हुई थी। जिसमें 6 महिलाओं की मौत हुई थी। इन मौतों का आरोप भी संत रामपाल और उनके 939 अनुयायियों पर लगा था। जिन पर अभी भी केस चल रहा है। कोर्ट ने भले ही रामपाल को दो मामलों में बरी करते हुए राहत की सांस दी हो लेकिन अभी भी उनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं हैं। क्योंकि इसके अलावा भी रामपाल पर 5 मामलों में केस चलते रहेंगे।
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कौन हैं रामपाल दास
संत रामपाल का जन्म हरियाणा के सोनीपत के गोहाना तहसील के धनाना गांव में हुआ था। रामपाल ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में नौकरी की लेकिन बाद में उनकी मुलाकात स्वामी रामदेवानंद महाराज से हुई। जिसके बाद रामपाल कबीर पंथ को मानने लगे और उनके शिष्य बन गए।
https://youtu.be/8jLHPAY02gQ