शर्मसार! 13 साल के बच्चे ने 4 साल की बच्ची से रेप के बाद जो किया उसने सबको झकझोर कर रख दिया…

पंजाब का एक जिला है बठिंडा. यहां से एक हैरान करने वाली खबर आई है. 13 साल के बच्चे ने कथित तौर पर 4 साल की एक बच्ची से रेप किया. जब लोगों को यह बात पता चली तो उसने जहर खा लिया. जान देने की कोशिश की. जहां इस समय उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.

 

रेप

 

बतादें की यह घटना 20 जून की है. आरोप है कि 8वीं का स्टूडेंट बच्ची को उसके घर से ले गया. और उसके साथ रेप किया. बच्ची की मां का कहना है कि मेरी बेटी जब खेल रही थी तो आरोपी उसे अपने साथ ले गया. लेकिन जब वह नहीं लौटी तो मुझे चिंता हुई. मैं पड़ोसी के घर गई. और देखा कि बच्ची बिना कपड़ों के थी, रो रही थी. आरोपी भी वहीं खड़ा था.

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देखा जाये तो मां ने शोर मचाया. लोग इकट्‌ठे हो गए. आरोपी लड़का अपने घर गया और जहर खा लिया. वहीं हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

देखा  जाए तो पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर लिया गया है. बच्ची का मेडिकल कराया गया है. लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है कि बच्चे ने जहर खा लिया है.

आप किसी भी नजरिए से देखें, लेकिन आपको मानना पड़ेगा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. 13 साल के किशोर का बच्ची से रेप करना गलत है. लेकिन उतना ही शॉकिंग है आरोप लगने के बाद बच्चे का ज़हर खा लेना.

तकनीक के इस युग में समय से पहले बच्चों को हर सब्जेक्ट का ज्ञान हो जा रहा है. और ये अच्छी बात है. छोटे बच्चों के हाथ में मोबाइल आ रहा है. उससे वे बहुत कुछ सीख रहे हैं. इंटरनेट है, ऑनलाइन स्ट्रिमिंग पोर्टल हैं, समाज और ग्लोबल होता जा रहा है. और भी कई चीजे हैं जिनके चलते बच्चे बहुत कुछ और बहुत ज्यादा सीख रहे हैं. सवाल ये है कि वो प्रोसेस कितना कर पा रहे हैं और इन सब जानकारियों को प्रोसेस कर भी रहे हैं तो कैसे?

यकीनन एक चीज तो है जो न तो माता-पिता बच्चों को सिखा पा रहे हैं न ही टेक्नोलॉजी. और अब शायद स्कूल भी नहीं. वो चीज है नैतिकता. अच्छे और बुरे का ज्ञान. बाकी सब ज्ञान पाने के बाद उसे सही तरीके से प्रोसेस करना.

दरअसल सेक्स एजुकेशन की बातें हो रही हैं, दुनिया के अधिकांश देशों ने इसे अपने यहां पढ़ाना भी शुरू कर दिया है, लेकिन भारत में सेक्स एजुकेशन के नाम पर बायलॉजी का वो अंतिम चैप्टर है जिसे मास्टर साहब कहते हैं- खुद ही पढ़ लेना.

कहने को बहुत कुछ है लेकिन मैं क्या ही कहूं? अपने बच्चों को बताइए कि क्या गलत है और क्या सही. उन्हें सेक्स एजुकेशन दीजिए. सिखाइए कि क्या अच्छा है और क्या बुरा. और नैतिकता नाम के शब्द को डोडो की तरह लुप्त न होनें दें. रेड लिस्ट तो वो हो ही चुका है.

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