
विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा, आजादी के समय प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता 5000 लीटर थी जो अब 1100 लीटर हो गई है। खेती में लगभग 85% पानी की खपत होती है इसलिए सबसे पहले खेती के क्षेत्र से पानी को बचाना होगा। इसके लिए कई नई तकनीक हैं।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा, पंजाब कोरोना से प्रभावित है, वैक्सीन का ठीक प्रबंधन नहीं हो रहा। पिछले 6 महीने से उनकी आपसी लड़ाई चल रही है, पूरी पंजाब सरकार और पार्टी 3-4 दिन से दिल्ली में है, पंजाब को कौन देखेगा? अपनी अंदरूनी राजनीति के लिए पंजाब के लोगों की अनदेखी करना कांग्रेस का बड़ा पाप है।
इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों में हमने वन क्षेत्र को 15,000 वर्ग किलोमीटर बढ़ाया है। यह हमारे दृढ़ निश्चय, कार्यक्रम, राज्यों और लोगों की भागीदारी से हो पाया। पानी को बचाने और भूजल को बढ़ाने के लिए हमने कई कार्यक्रम शुरू किया।
आगे उन्होंने कहा, आज एक ख़बर आई है कि पंजाब सरकार को वैक्सीन की 1,40,000 से ज़्यादा डोज़ 400 रुपये में मिलीं और वो वैक्सीन उन्होंने 20 निजी अस्पतालों को 1000 रुपये में दी। वैक्सीनेशन में भी राज्य सरकार मुनाफा कमाना चाहती है, ये जनता का कैसा प्रशासन है।