राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु व आंध्र के राहत अभियान का लिया जायजा

वरदा तूफाननई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिह ने मंगलवार को तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में आए वरदा तूफान के बाद चल रहे राहत अभियान की समीक्षा की। उन्होंने तत्काल अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम को तैयार रखने का आदेश दिया जिन्हें राज्य सरकार के आग्रह करने पर तुरंत तमिलनाडु भेजा जाएगा।

सरकार के एक बयान में कहा गया है कि एक उच्चस्तरीय बैठक में हालात की जानकारी लेने के बाद राजनाथ ने विनाशकारी तूफान से निपटने को लेकर केंद्रीय एवं राज्य की एजेंसियों की तैयारियों पर संतोष जताया। इन तैयारियों की वजह से ही जानमाल का नुकसान न्यूनतम हुआ है।

इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव, राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक आर. के. पचनंदा और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

पचनंदा ने आपदाग्रस्त राज्यों में एनडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे राहत कार्यो के बारे में गृह मंत्री को जानकारी दी।

तमिलनाडु में एनडीआरएफ की आठ टीमें तैनात हैं जिनमें 268 बचावकर्मी और 29 नौकाएं हैं। तीन और दल, जिनमें 108 बचावकर्मी और 15 नौकाएं हैं, अलग से चेन्नई भेजे गए हैं। 20 नौकाओं के साथ छह दल आंध्र प्रदेश में तैनात किए गए हैं जिनमें 205 बचावकर्मी हैं।

एनडीआरएफ के महानिदेशक के अनुसार ये बचावकर्मी सड़कों से मलबा हटा रहे हैं।

सरकारी बयान में कहा गया है, “कुल 13 हजार 578 लोगों को घरों से आश्रय गृहों में भेजा गया है। कुल 16 लोगों की जान गई है। 55 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। 9 हजार 154 पेड़ गिरे हैं। 5 हजार 200 बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा है। 71 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं। 312 सड़कें बाधित थीं, इनमें से 152 को खाली करा दिया है।”

सरकार के एक बयान में कहा गया है कि कुल 297 राहत केंद्र खोले गए हैं और मंगलवार की सुबह 10 बजे मिली रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु में 104 काम कर रहे हैं।

मंगलवार की सुबह से चेन्नई हवाई अड्डे से विमानों की उड़ान शुरू हो गई।

LIVE TV