लौट आए धोनी के दिन, आईसीसी ने दिया बड़ा सम्मान

आईपीएल के बाद लगा की अब धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट में भी वापसी कर लेंगे. धोनी ने साल 2018 में टीम इंडिया के लिए 20 में से 13 पारियों खेलीं जिसनें उन्होंने एक शतक और छह हाफ सेंचुरी लगाते हुए 25.00 के औसत और 71.42 के स्ट्राइक रेट से केवल 275 रन ही बनाए जिसमें 42 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा.

आईपीएल के बाद पहले टीम इंडिया के आयरलैंड इंग्लैंड दौरे में, उसके बाद एशिया कप, और वेस्टइंडीज के भारत दौरे तक धोनी के बल्ले में वह धार नहीं दिखी जिसके लोग कायल हैं. इस बीच उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में भी शामिल नहीं किया गया. इस दौरान यह चर्चा भी चलती ही रही की धोनी को रिटायर हो जाना चाहिए, या उन्हें वर्ल्डकप में ले जाना चाहिए या नहीं.

धोनी की अपनी खोई हुई लय मिली भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मौचों की वनडे सीरीज में. इन तीनों मैचों में धोनी ने हाफ सेंचुरी लगाते हुए अंतिम दो मैचों में फिनिशर की भूमिका भी निभाई. इन मैचों में धोनी ने टीम को जीत दिलाते हुए खुद का विकेट भी नहीं गंवाया.

आखिरी वनडे में तो धोनी को दो जीवनदान भी मिले और एक बार आउट होने के बाद भी उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने अपील नहीं की थी. धोनी ने इस मैच में 114 गेंदों पर छह चौकों की मदद से केवल 87 रनों की पारी खेली थी.

15 जनवरी को हुए दूसरे वनडे मैच में जब धोनी ने सीरीज में पहली बार फिनिशर की भूमिका निभाई तब भी आईसीसी ने उन्हें अनोखा सलाम किया. आईसीसी धोनी की पुरानी तस्वीर के साथ ताजा तस्वीर ट्वीट कर कहा कि धोनी अब भी छक्का लगा कर चेज फिनिश कर रहे हैं. 15 जनवरी के वनजे में धोनी ने छक्के के साथ मैच में 5 गेंद शेष रहते ही ऑस्ट्रेलिया का स्कोर बराबर किया था.

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धोनी को इस सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला. धोनी 37 साल 195 दिन की उम्र में मैच ऑफ द सीरीज का खिताब जीतने वाले सबसे ज्यादा उम्र के भारतीय खिलाड़ी बने. धोनी से पहले ये रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम था. वहीं यह धोनी के वनडे करियर का सातवां वनडे मैन ऑफ द सीरीज खिताब था.

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