लखनऊ : मौन व्रत पर बैठी प्रियंका गाँधी पर धारा 144 के उल्लंघन का आरोप, FIR दर्ज
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा के शुक्रवार को जीपीओ पर गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत रखने के मामले में पुलिस ने हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर कांग्रेस यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेद प्रकाश त्रिपाणी और दिलप्रीत सिंह समेत लगभग 600 अज्ञात कांग्रेसियों के खिलाफ की गई है। हालांकि एफआईआर में प्रियंका गांधी का नाम नहीं है। इस धरने को कोविड प्रोटोकॉल का उलंघन बताते हुए हजरतगंज थाने में एफआईआर हुई है।
राजधानी में धारा-144 लागू
एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्र ने बताया कि शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस नेता लगभग डेढ़ घंटे तक वहां बैठे रहे। किसी के पास कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी। अजय कुमार लल्लू, वेद प्रकाश त्रिपाठी और दिलप्रीत सिंह कांग्रेस के अन्य लगभग 500-600 कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर साढ़े तीन बजे अटल चौक के पास जीपीओ पर गांधी प्रतिमा के पास बैठ गए। इस धरने में किसी भी तरह के कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। कार्यकर्ताओं ने रोड जाम कर दिया।\
सरकारी संपत्ति पर नुक्सान
धरने के दौरान गांधी प्रतिमा के परिसर का एक पिलर टूट गया था। कार्यकर्ताओं ने रोड जाम कर दिया। वहां लगी जालियां और दीवारें तोड़ दीं, जिससे सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दे, उन्होंने कहा कि यूपी में कानून-व्यवस्था एकदम ध्वस्त हो चुकी है। यही वजह है कि उन्होंने गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत रखा। मौन इसलिए भी रखा कि देशवासियों का ध्यान इस ओर आकर्षित हो सके। प्रियंका ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना से निपटने और विकास के मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की झूठी प्रशंसा कर रहे हैं। यह कैसा अच्छा काम है। यूपी में सरकार ही संविधान को नष्ट कर रही है। लोकतंत्र का खुलेआम चीरहरण हो रहा है।