लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद आज लखनऊ पहुंचे। यहां उन्होंने साम्प्रदायिकता और महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा। लखनऊ में गुलाम नबी आजाद ने प्रियंका गांधी के अमेठी-रायबरेली से बाहर निकलने की उम्मीद भी जताई और साफ किया कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के दिन अब दूर नहीं।
लखनऊ में गुलाम नबी आजाद का दौरा
लखनऊ में गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘यूपी में यूपी में जातिवाद का जाल बिछाया गया, धर्म के नाम पर नया जाल बुना जा रहा। मोदी सरकार ने अपने वादों को नहीं निभाया। अब जनता को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।’ आजाद के प्रियंका गांधी के अमेठी और रायबरेली से चुनाव प्रचार करने की उम्मीद जताई और कहा, ‘आशा करता हूं प्रियंका के प्रचार का दायरा बढ़ेगा।’ कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी भी नई जिम्मेदारी निभाना शुरू कर सकते हैं।
महंगाई पर मोदी सरकार को घेरते हुए आजाद ने कहा, ‘दाल और सब्जियों की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। यूपी में किसानों की समस्याओं की अनदेखी हो रही। लेकिन सरकार को इससे फर्क नहीं पड़ रहा।’ यूपी में कांग्रेस की चुनावी रणनीति पर गुलाब नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस अपनी संख्या बढ़ाने के साथ विकास के लिए लड़ेगी। कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश धर्म की राजनीति से जूझ रहा है। इसे बचाने की जरूरत है।
आजाद ने इलाहाबाद में बीजेपी की रैली पर भी निशाना साधा। कहा, ‘कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक में बीजेपी से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।’ कांग्रेस से अपने रिश्तों पर वह बोले, ‘मुझे कभी अहसास नहीं हुआ कि मैं माइनॉरिटी का हूं। कमजोर लोगों के लिए जात और धर्म की दीवारें कांग्रेस में नहीं हैं। मैंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ काम किया। अब सोनिया गांधी और राहुल के साथ काम कर रहा हूं। कांग्रेस से मेरा रिश्ता 40 साल पुराना है।’
कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अाजाद ने कहा, ‘हमने यूपी की राजनीति के उतार चढ़ाव देखे हैंं। मैं अपने कार्यकर्ताओं के लिए जान दे सकता हूं। लेकिन झूठ से मुझे सख्त नफरत है। जो कुछ भी बना सच्चाई और मेहनत से बना। कार्यकर्ता भी इसी तरह मेहनत के साथ कांग्रेस की जिताने के लिए जुट जाएं।’
नहीं आए निर्मल खत्री
गुलाब नबी आजाद की मौजूदगी में हुई कांग्रेस की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री नहीं पहुंचे थे। आशंकाएं जताई जा रही थीं कि खत्री ने यूपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। वह यूपी में कांग्रेस अध्यक्ष के लिए नए चेहरे के आने की चर्चा से नाराज हैं। हालांकि आजाद ने कहा कि स्लीप डिस्क के कारण खत्री बैठक में नहीं आए।